मुंबई। यूरोप की राजधानी स्टॉकहोम में एक सप्ताह की छुट्टी के अवसर पर मराठमोला टीम ने शिव जयंती धूमधाम से मनाई! इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मिश्रित संस्कृति में पल रही यति पीढ़ी तक छत्रपति शिवराय के चारित्रिक गुणों को पहुंचाना और उन्हें महाराजा की महानता से अवगत कराना था। ‘तुम्हारे स्वामी को क्यों पता होना चाहिए?’ इस विषय पर ओंकार जोशी की प्रस्तुति ने बच्चों और अभिभावकों को बहुत सारी जानकारी दी और उसके बाद उनके द्वारा ली गई प्रश्नोत्तरी ने भी बच्चों को प्रभावित किया।
कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों को किया आयोजन
अनुजा कुलकर्णी और चिन्मय इंगे ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत आविष्कारी खेलों से कार्यक्रम को रंगीन बना दिया। शैला धाबे, अक्षय ओढेकर, केदार धर्माधिकारी द्वारा सुनाई गई शिव की कहानियों से सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम मची। इस शिव जयंती का विशेष आकर्षण बच्चे थे। पारकर पोल्का पहने एरीशा ओधेकर ने शाहिस्ता खान की कहानी सुनाकर तालियां बटोरीं। क्षिति अंधारे, स्वरा लोखंडे और स्वदा लवकर ने ‘राज एलन जी’ गाने पर डांस किया।
छोटे पार्थ चौधरी ने अपने सिर पर एक ऊंचा चाबुक उठाया और अपनी तलवार घुमाई और दिमाखा में अलार्म बजा दिया। आर्य बारगल ने इसे साईबाई के जादू का एक महान उदाहरण दिखाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। पतली और सुंदर पोशाक पहने अन्वी जोशी ने जिजाऊ की भूमिका में मंच पर अपनी सहजता से तालियां बटोरीं। जलपान और चाय के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।
शिवाजी महाराज के प्रेम में एकत्र हुए सभी प्रतिभागी
बारिश और ठंड के बावजूद, छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेम में एकत्र हुए सभी प्रतिभागी मंडलियों ने इस आयोजन को सफल बनाया। छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय परिवार के प्रोत्साहन से यहां आयोजित शिव जयंती समारोह का यह दूसरा वर्ष है।