राजस्थान में सोजत क्षेत्र के आसपास के विद्युत कर्मचारियों ने आज सोमवार (25 नवंबर, 2024) को सहायक अभियंता कार्यालय पर एकत्रित होकर राजस्थान सरकार द्वारा बिजली विभाग के निजीकरण और ठेका प्रथा लागू करने का विरोध करते हुए आर-पार की लड़ाई के मूड में उत्तर आए हैं। आज उन्होंने सहायक अभियंता कार्यालय पर 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया तथा सहायक अभियंता ऋषिकेश मीणा को मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन देकर निजीकरण व ठेका प्रथा को समाप्त करने की मांग की। उसके बाद सभी कर्मचारी सोजत उपखंड कार्यालय पर पहुंचे ओर उपखंड अधिकारी मासिगांराम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
कर्मचारियों ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब हम आर पार की लड़ाई के मूड में उतर गए हैं और सरकार को निजीकरण व ठेका प्रथा को बंद करना होगा। कर्मचारी हितों के ध्यान मे रखते हुए ही कार्य प्रणाली को करवाना होगा। उपभोक्ताओं का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा निजीकरण और ठेका प्रथा होने से उपभोक्ताओं के साथ खुली लूट मचाई जाएगी। जिसे हम खुला विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज मात्र 2 घंटे का कार्य बहिष्कार कर सरकार को चेतावनी दी जा रही है। अगर सरकार समय रहते निजीकरण और ठेका प्रथा को बंद नहीं किया तो आगामी 29 नवंबर को पाली जिला मुख्यालय पर विशाल आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अगर उससे भी सरकार ने सबक नहीं लिया तो राजस्थान की राजधानी जयपुर में विशाल आंदोलन और धरने की तैयारी की जाएगी। बता दे कि कर्मचारियों ने एक मुख होकर सरकार के विरुद्ध नारे लगाए। निजीकरण व ठेका प्रथा बंद करने को लेकर जोरदार आक्रोश दिखाई दिया। जागरूक टाइम्स के लिए सोजत से बाबूलाल पंवार की रिपोर्ट
रिपोर्ट – बाबूलाल पंवार