भारतीय चुनाव आयोग ने गुरुवार (14 मार्च) को इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी जानकारी जारी कर दी। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से मिले इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी जानकारी को चुनाव आयोग ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। वेबसाइट पर 763 पेजों की दो लिस्ट अपलोड की गई हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के हिसाब से एसबीआई ने मंगलवार (12 मार्च 2024) को चुनाव आयोग को चुनावी बांड से संबंधित डेटा दे दिया था। खबरों की माने तो एसबीआई ने दो पेन ड्राइव में जानकारी दी थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने सारा डेटा आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया।
चुनाव आयोग ने अपने वेबसाइट पर 763 पेजों की दो लिस्ट अपलोड की गई हैं। एक लिस्ट में बॉन्ड खरीदने वालों की जानकारी है। दूसरी में राजनीतिक दलों को मिले बॉन्ड की जानकारी है। चुनावी बॉन्ड का डेटा 12 अप्रैल 2019 से 11 जनवरी 2024 तक का है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, चुनावी बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड शामिल हैं। इसके अलावा लिस्ट में चुनावी बॉन्ड के खरीदारों में अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, सन फार्मा के नाम शामिल हैं।
चुनाव आयोग की तरफ से शेयर की जानकारी में बताया गया है कि इन बॉन्ड्स के माध्यम से बीजेपी, कांग्रेस, वाईएसआर कांग्रेस, शिवसेना, तेदेपा, अन्नाद्रमुक को धन मिला। लिस्ट में आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, जद(एस), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जद (यू), राजद, और समाजवादी पार्टी के भी नाम है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार, बीजेपी को कुल 60 अरब रुपये से अधिक का चंदा मिला है। वही, दूसरे नंबर वेस्ट बंगाल की ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस हैं, जिसे 16 अरब रुपये से अधिक का चंदा मिला है। तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी है, जिसे 14 अरब रुपये से अधिक का चंदा मिला।
बता दे कि इस लिस्ट में चौथे नंबर पर भारत राष्ट्र समिति (BRS) है, जिसे 12 अरब रुपये का चंदा मिला है और पांचवे नंबर पर बीजू जनता दल (BJD) है, जिसे 7 अरब रुपये से अधिक चंदा मिला है।
वही, यूपी के प्रमुख राजनीति दल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की बात की जाए तो चुनाव आयोग द्वारा दी गई लिस्ट में समाजवादी पार्टी 16वें नंबर पर हैं। समाजवादी पार्टी को 14 करोड़ रुपये चंदा मिला है। इस लिस्ट में बहुजन समाज पार्टी का नाम नहीं है।
बता दे कि 426 पन्नों की रिपोर्ट में बहुजन समाज पार्टी का नाम कहीं नहीं है, जबकि समाजवादी पार्टी का नाम 46 बार है। एसबीआई द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट में समाजवादी पार्टी का नाम- ADYAKSHA SAMAJVADI PARTY के तौर पर दर्ज है।
मीडिया रिपोर्ट् के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को 15 मार्च तक डेटा सार्वजनिक करने का आदेश दिया था, लेकिन उससे एक दिन पहले ही यानि 14 मार्च, 2024 को चुनाव आयोग ने आंकड़े जारी कर दिए। कोर्ट के निर्देश पर एसबीआई ने चुनाव आयोग को बॉन्ड से जुड़ी जानकारी दी थी।