देसूरी पाली। देसूरी में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में सेली नाल बांध जल वितरण कमेटी के अध्यक्ष बाबूलाल माली की अध्यक्षता में, कस्बे के मुख्य पेयजल स्रोत और किसानों की फसलों के लिए सिचाई व्यवस्था पर चर्चा की गई। बैठक में सहायक अभियंता गोविंद सोतवाल, कनिष्ठ अभियंता राकेश भट्ट और पीएचडी देसूरी के हेमंत चौधरी भी मौजूद रहे। इस बैठक में तय हुआ कि कस्बे के ग्रामीणों के पेयजल के लिए सवा सात फिट पानी आरक्षित रहेगा, और किसानों की फसलों के लिए तीन पाण पानी उपलब्ध कराया जाएगा। पहली सिचाई तीन नवंबर को शुरू की जाएगी।
बैठक के दौरान, किसानों ने नहरों की सफाई और मरम्मत की आवश्यकता पर चर्चा की। इस पर अधिकारियों ने बताया कि नरेगा के तहत श्रमिक नहीं मिल रहे हैं, इसलिए किसानों को नहरों की सफाई खुद ही करनी होगी। इस पर किसानों ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्य विभाग की जिम्मेदारी है, जिसे वे अपने स्तर पर कैसे संभाल सकते हैं।
एक और खास बात यह रही कि इस बार बैठक सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यालय के प्रांगण में धूल भरी मिट्टी पर आयोजित की गई, जहां अधिकारियों, ग्रामीणों और किसानों को बैठने के लिए जाजम तक नहीं बिछाई गई। इस स्थिति से किसानों में मायूसी साफ नजर आई।
रिपोर्ट- दिलदार भाटी