Chennai Cyclone Fengal: चेन्नई और तमिलनाडु में 17 जिलों में रेड अलर्ट जारी: तमिलनाडु के चेन्नई और उत्तरी तमिलनाडु के कई जिलों के लिए शनिवार को रेड अलर्ट जारी किया गया, क्योंकि चक्रवाती तूफान फेंगल धीरे-धीरे समुद्र तट की ओर बढ़ रहा है। इस तूफान से भारी बारिश, तेज हवाएँ और सामान्य जीवन में विघटन की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह तूफान अपेक्षाकृत अधिक समय से गति कर रहा है और अब यह रात तक पुडुचेरी के पास तट पर दस्तक देने की संभावना है, साथ ही हवाओं की गति 90 किमी प्रति घंटा तक पहुँचने का अनुमान है।
फेंगल के धीमी गति से आगे बढ़ने के कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश हुई है। विशेषज्ञों ने कहा कि इस लंबी अवधि में तूफान ने पर्याप्त नमी इकट्ठा कर ली, जिससे तटीय और भीतरी क्षेत्रों में मूसलधार बारिश हुई।
चेन्नई में भारी बारिश और जलभराव
शनिवार सुबह तक चेन्नई और आसपास के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की सूचना मिली है, जिससे कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि शहर के 134 से अधिक स्थानों पर जलभराव हुआ है, और जल निकासी के लिए टीमें काम कर रही हैं। प्रमुख स्थानों जैसे वडापलानी, चूलई और कोराट्टूर में भारी बाढ़ आई है। चेन्नई के छह उपनगरों में सबवे जलभराव के कारण बंद कर दिए गए हैं।
स्वचालित मौसम स्टेशनों से मिली बारिश के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर चेन्नई के कठिवक्कम में 12 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि अन्य इलाकों में 6-9 सेंटीमीटर बारिश हुई।
चक्रवाती तूफान फेंगल का विवरण
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, शनिवार सुबह 8.30 बजे तक चक्रवात फेंगल चेन्नई से लगभग 110 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और पुडुचेरी से 120 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में केंद्रित था। यह तूफान 13 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और रात तक काराikal और मामल्लापुरम के बीच तट को पार करने का अनुमान है।
प्रभावित क्षेत्र और अलर्ट
इस दौरान, चेन्नई, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, विलुपुरम, कल्लाकुरिची, कडलूर जिले और पुडुचेरी के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। जबकि अन्य आंतरिक जिलों जैसे रणीपेट, तिरुवन्नामलाई और नागापट्टिनम के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिनमें अधिक तीव्र प्रभाव की संभावना नहीं है, लेकिन भारी बारिश हो सकती है।
तैयारी और राहत कार्य
सरकार ने आपदा से निपटने के लिए 2,000 से अधिक राहत शिविर खोले हैं और 4,100 से अधिक मछली पकड़ने वाली नौकाएँ तट पर लौटी हैं। नागापट्टिनम और तिरूवरूर जिलों से लगभग 500 लोगों को असुरक्षित क्षेत्रों से शरण स्थलों पर स्थानांतरित किया गया है।
चक्रवात के कारण सार्वजनिक परिवहन और परिवहन सेवाओं में व्यापक विघटन हुआ है। चेन्नई हवाई अड्डे ने शनिवार को दोपहर से शाम 7 बजे तक सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया, और कई उड़ानें रद्द या विलंबित हो गईं। ईस्ट कोस्ट रोड (ECR) और ओल्ड महाबलीपुरम रोड (OMR) पर शनिवार दोपहर से ट्रैफिक रोक दिया गया। चेन्नई उपनगर रेलवे सेवाओं को घटा दिया गया है, और MRTS ट्रेनों को पूरी तरह से रोक दिया गया है।
मुख्यमंत्री का बयान
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र से राहत कार्यों की निगरानी करते हुए बताया कि स्थिति पर काबू पाया जा रहा है। सरकार आपदा प्रतिक्रिया टीमों की तैनाती, राहत शिविरों में खाद्य वितरण और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल निकासी के कार्यों में व्यस्त है। स्टालिन ने बुनियादी ढांचे की स्थिति का भी निरीक्षण किया, जिसमें सीवेज पंपिंग स्टेशन और प्रभावित क्षेत्रों के लिए भोजन उपलब्ध कराने वाले किचन शामिल हैं। अधिकारियों ने निवासियों से अपील की है कि वे घरों के अंदर रहें और तटीय क्षेत्रों, जैसे मरिना और मामल्लापुरम के समुद्र तटों से दूर रहें। निर्माण कंपनियों को उपकरण और होर्डिंग्स को सुरक्षित करने का निर्देश दिया गया है ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
तमिलनाडु विद्युत बोर्ड ने निवासियों से सावधानी बरतने की अपील की है, खासकर बिजली के खंभों और खुले तारों से दूर रहने की चेतावनी दी है। चेन्नई और अन्य प्रभावित जिलों में आपातकालीन हेल्पलाइन भी सक्रिय कर दी गई हैं।
आंध्र प्रदेश और श्रीलंका पर भी प्रभाव
फेंगल के प्रभाव ने आंध्र प्रदेश के कुछ जिलों जैसे नेल्लोर और चित्तूर में भी मध्यम से भारी बारिश का कारण बना है। श्रीलंका में, इस तूफान से जुड़े प्रतिकूल मौसम ने बाढ़ और भूस्खलन पैदा किए हैं, जिससे 4,50,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 15 लोगों की जान जा चुकी है।
आगे का पूर्वानुमान
IMD के अनुसार, चक्रवात के तट पर दस्तक देने के बाद भी तमिलनाडु में बारिश जारी रहने की संभावना है। तटीय जिलों को तूफान के सबसे अधिक प्रभाव का सामना करना पड़ेगा, जबकि आंतरिक क्षेत्र जैसे तिरुचिरापल्ली और वेल्लोर में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।