
Bhilwara। नेशनल स्टार्टअप डे के मौके पर, भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक कंपनी, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने उन टेक्नोलॉजी और इनोवेशन स्टार्टअप्स को सम्मानित किया जो कंपनी में परिचालन कुशलता बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। कंपनी ने अपने संचालन में रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाया है।
इस मौके पर, हिन्दुस्तान जिंक ने तकनीकी प्रभावों को प्रदर्शित करने के लिए कई स्टार्टअप्स को आमंत्रित किया। सम्मान समारोह में हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ अरुण मिश्रा और कंपनी के उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कंपनी ने स्टार्टअप्स को और आगे बढ़ाने और विनिर्माण क्षेत्र में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए एक स्टार्टअप मेंटरिंग कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की। इस कार्यक्रम के तहत, कंपनी ने इन्फिनिट अपटाइम, रिपिक.एआई, मशीन मैक्स, मैक्सिम लैब्स, फ्लक्स ऑटो, डिटेक्ट टेक्नोलॉजीज और हाल ही में शार्क टैंक इंडिया के प्रतिभागी जर्श सेफ्टी सहित आठ स्टार्टअप्स को सम्मानित किया।
वर्तमान में, हिन्दुस्तान जिंक 60 से अधिक विभिन्न परियोजनाओं पर 40 से ज्यादा टेक स्टार्टअप्स के साथ जुड़ी हुई है और वेदांता स्पार्क के माध्यम से 50 से ज्यादा नए स्टार्टअप्स को जोड़ने का प्रयास कर रही है। वेदांता स्पार्क वेदांता का एक अनूठा ग्लोबल कॉर्पोरेट एक्सेलेरेटर और वेंचर्स कार्यक्रम है, जो उभरती हुई तकनीकों के माध्यम से व्यावसायिक चुनौतियों का समाधान करता है और बड़े पैमाने पर परिवर्तनकारी प्रभाव पैदा करने के लिए स्टार्टअप्स के साथ मिलकर काम करता है।
वेदांता स्पार्क के तहत, हिन्दुस्तान जिंक ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, कंप्यूटर विजन, ड्रोन तकनीक, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, और ऑगमेंटेड रियलिटी जैसी तकनीकों का उपयोग कर उच्च-संभावित अवसरों को अनलॉक किया है। इन परियोजनाओं में प्रक्रिया अनुकूलन, मेटल रिकवरी, एसेट रिलायबिलिटी, प्रोडक्टिविटी और सस्टेनेबिलिटी सहित कई विविध क्षेत्र शामिल हैं।
इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा, “भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम आज के इनोवेशन्स की प्रेरक शक्ति है। हिन्दुस्तान जिंक में नवीनतम तकनीकों में हमारा निवेश हमें निरंतर परिचालन क्षमता सुनिश्चित करने में सक्षम बनाता है। एनर्जी ट्रांजिशन मेटल प्रोड्यूसर कंपनी के रूप में, हम नए जमाने के स्टार्टअप्स के साथ जुड़कर तकनीकी विकास के लिए पथप्रदर्शक नवाचार उत्पन्न कर रहे हैं।”
हिन्दुस्तान जिंक वर्तमान में रिपिक.एआई के माध्यम से स्मेल्टिंग की प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं की निगरानी कर रहा है, साथ ही लागत अनुकूलन, उत्पादन वृद्धि और ईएसजी उत्कृष्टता में सहायता कर रहा है। रिपिक.एआई के संस्थापक पिनाक दत्तात्रेय ने कहा, “हम एडवांस एनालिटिक्स का उपयोग कर मैन्युफैक्चरिंग प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने पर केंद्रित हैं। हिन्दुस्तान जिंक के साथ काम करना हमारे लिए एक गौरव की बात है, क्योंकि यह हमें दुनिया के सबसे बड़े और आधुनिक संयंत्रों में बड़े पैमाने पर काम करने का अवसर देता है।”
हिन्दुस्तान जिंक जर्श सेफ्टी के साथ भी कार्यरत है, जो स्मार्ट सेफ्टी वियरेबल्स के विकास में लगा एक स्टार्टअप है। शार्क टैंक इंडिया पर जर्श सेफ्टी के को-फाउंडर कौस्तुभ कौंडिन्य ने कहा, “हमारे स्मार्ट सेफ्टी कूलिंग हेलमेट हिन्दुस्तान जिंक के सुरक्षा मूल्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाते हैं। एयरकंडीशन वाले हेलमेट और स्मार्ट वियरेबल्स के माध्यम से हम कर्मचारियों के बीच हीट स्ट्रेस को कम करने और सुरक्षा घटनाओं की निगरानी के लिए एआई-सक्षम कैमरों का उपयोग कर रहे हैं।”
इसके अलावा, हिन्दुस्तान जिंक एआई-संचालित एडवांस एनालिटिक्स, आईओटी सेंसर, मशीन लर्निंग और रियल-टाइम इंडस्ट्रियल डायग्नोस्टिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग कर उपकरणों की निगरानी और प्रदर्शन तथा उत्पादकता को अनुकूलित कर रहा है। कंपनी ने अपने आंतरिक इनोवेशन कैफे के माध्यम से स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान किया है, जिससे हिन्दुस्तान जिंक को बेहतरीन एसेट रिलायबिलिटी और ऑपरेशनल एक्सीलेंस हासिल हो रही है।
साथ ही, हिन्दुस्तान जिंक अपने सामाजिक प्रभाव पहलों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में माइक्रो एंटरप्राइजेज और उद्यमियों का समर्थन कर रहा है। कंपनी ने राजस्थान की ग्रामीण महिलाओं के लिए सखी पहल चलाई है और उपाया ब्रांड के माध्यम से इन महिलाओं द्वारा उत्पादित विभिन्न उत्पादों की बिक्री को ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर सक्षम किया है।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल