
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pok) में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक (Air Strike) की। इसके बाद बाड़मेर (Barmer) में लोगों ने खुशी जाहिर की। बाड़मेर शहर व बॉर्डर के गांव रामसर में पटाखें फोड़े गए। सेना और सरकार के जयकारें लगाए। साथ ही भारत माता के जयकारों के साथ बॉर्डर के गांव गूंज गए। लोगों का कहना है कि आतंकवादियों के ठिकानों को चुन-चुन खत्म करना चाहिए। इससे दुबारा पहलगाम जैसी कायरना हमला करने की हिमाकत न कर पाए।
दरअसल, बुधवार रात डेढ़ बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में आतंकवादियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किए गए। पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये हमले बुधवार रात डेढ़ बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए।
बुधवार को एयरस्ट्राइक होने के बाद जैसे-जैसे लोगों को पता चला उसके बाद उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। लोगों ने अलग-अलग जगह पर जश्न मनाया। वहीं जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर रामसर कस्बे में लोगों ने पटाखें फोड़कर जश्न मनाया। एयर स्ट्राइक के बाद बाड़मेर के लोगों ने जाहिर की खुशी और भारत माता के जयकारें लगाए। वही, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने भी विवेकानंद सर्किल पर पटाखे फोड़ कर जश्न मनाया और भारत माता के जयकारें लगाए।
बाड़मेर निवासी भागीरथ गोसाई ने बताया- आज मैं जब सुबह 4 बजे उठा तो मोबाइल पर एयरस्ट्राइक का चल रहा था। तभी टीवी में न्यूज चलाई। उसमें पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। इससे हमारा सीना चौड़ा गया और दिल खुश हो गया। आतंकी ठिकानें लश्कर जैश सहित खत्म कर दिया। जिस तरीके से आतंकवादियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर निर्दोष लोगों को गोलियां मारी गई। उन आतंकवादियों को भारत ने करारा जवाब दिया है। हमारी तीनों सेनाएं पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इसके बाद हमें पूरा विश्वास था कि सरकार उनको जवाब देगी।
शकूर खान का कहना है कि हमारे निर्दोष लोगों को आतंकवादियों ने गोली मारी। इसके बाद आज जानकारी मिली की भारत ने उनके ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। इससे हमें बहुत खुशी हुई है। हमारे निर्दोष लोगों का आज बदला लिया है। पाकिस्तान को उनको इस तरीके से जवाब देना चाहिए।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल