Operation Keller: जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को एक अहम आतंकरोधी अभियान में सुरक्षाबलों ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के प्रमुख शाहिद कुट्टे को दो अन्य आतंकियों के साथ मार गिराया। शाहिद कुट्टे हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का मुख्य साज़िशकर्ता था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि “13 मई 2025 को राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को शोपियां जिले के शोएकल केलर इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिली थी। इसके बाद ‘ऑपरेशन केलर’ (Operation Keller) शुरू किया गया। तलाशी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर भारी फायरिंग की, जिसके जवाब में शुरू हुई मुठभेड़ में तीन कुख्यात आतंकी मारे गए।”
TRF और लश्कर-ए-तैयबा का संबंध
यह अभियान भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के संयुक्त दल द्वारा अंजाम दिया गया। मुठभेड़ कई घंटों तक चली और अंततः सभी तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया।
मारे गए आतंकियों में शामिल शाहिद कुट्टे को लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियां तलाश रही थीं। माना जा रहा है कि TRF, पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ही एक नया मुखौटा है, जिसका उपयोग घाटी में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है। शाहिद की मौत को सुरक्षा विशेषज्ञ TRF के लिए एक बड़ा झटका मान रहे हैं।
इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी
मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान तेज कर दिया है ताकि किसी और आतंकी की मौजूदगी को नकारा जा सके। इसके साथ ही क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिससे किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई या तनाव से बचा जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक और बड़ी सफलता
यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है जब कुछ ही दिन पहले भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले कर कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। उस अभियान में करीब 100 आतंकियों के मारे जाने की सूचना थी, जिनमें बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद और मुरिदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग सेंटर शामिल थे।