मुंबई। पिछले कुछ सालों से विरार-अलीबाग कॉरिडोर चर्चा में है। बताया जा रहा है कि विरार-अलीबाग कॉरिडोर का काम लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के कुछ दिनों बाद शुरू हो सकता है। इस कॉरिडोर के निर्माण के बाद विरार-अलीबाग का सफर पांच घंटे की जगह सिर्फ डेढ़ घंटे में तय किया जा सकेगा। देश की नामी 14 कंपनियों ने कॉरिडोर के पहले फेज के निर्माण में रुचि दिखाई है।
विरार-अलीबाग कॉरिडोर के टेंडर की टेक्निकल बीड खुली गई है। कॉरिडोर के पहले फेज के 11 पैकेज के तैयार करने के लिए 14 कंपनियों ने 33 बोली भरी है। 126 किमी लंबे कॉरिडोर का निर्माण दो फेज में होना है। पहले फेज में करीब 98 किलोमीटर और दूसरे फेज में करीब 29 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होना है। आचार संहिता लागू होने की वजह से टेक्निकल बीड के बाद की आगे की प्रक्रिया को लोकसभा चुनाव के नतीजे जारी होने के बाद अंजाम दिया जाएगा।
रिंग रूट योजना पर काम जारी
एमएमआर की सभी जारी प्रोजेक्ट को एक दूसरे के साथ कनेक्ट करने का फैसला लिया है। इसके तहत विरार-अलीबाग कॉरिडोर, अटल सेतु, शिवड़ी-वर्ली कनेक्टर, वसई -भाईंदर ब्रिज, कोस्टल रोड, वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक और बांद्रा-वर्ली सी लिंक समेत अन्य प्रोजेक्ट को कनेक्ट किया जाएगा। हर हिस्से में तेजी से आसानी से पहुंचना संभव होगा।
11 साल पहले का प्रस्ताव
126 किमी लंबे कॉरिडोर को मुंबई-अहमदाबाद, मुंबई-नाशिक, मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे, मुंबई-गोवा हाईवे, पनवेल-जेएनपीटी और अटल सेतु से कनेक्ट होगा। बता दें कि विरार-अलीबाग कॉरिडोर के लिए सरकार ने 11 साल पहले प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन किन्हीं वजहों से यह काम रुक गया था। हालांकि, अब कॉरिडोर का काम जल्द शुरू होने की संभावना है।
जून तक पूरी कर ली जाएगी प्रक्रिया
एमएसआरडीए अधिकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के नतीजे जारी होने के बाद जून के अंत तक फाइनेंशियल बीड और टेंडर अलॉट करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। सितंबर तक फिल्ड प्रोजेक्ट का काम शुरू होने की उम्मीद है। कॉरिडोर पालघर, ठाणे और रायगढ़ जिले से होकर गुजरने वाला है।
एमएसआरडीसी ने एमएमआर के महत्वपूर्ण प्रॉजेक्ट को शुरू करने के लिए भूमि अधिग्रहण का काम करीब पूरा कर लिया है। अधिकारी के मुताबिक, प्रोजेक्ट के पहले फेज के लिए पालघर में जमीन अधिग्रहण का काम करीब हो चुका है, जबकि रायगढ़ में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।