बेघर बच्चों को नवीनतम शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए मुंबई मनपा के योजना विभाग की एक योजना को कार्यान्वित करने को महल में आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्कूल के लिए जिला योजना समिति की निधि से व्यवस्था करके मुंबई मनपा ने एक महत्वपूर्ण और अभिनव कदम उठाया है कि मुंबई में आजीविका और आश्रय के लिए ट्रैफिक लाइट (सिग्नल) या फ्लाईओवर के नीचे रहने वाले बच्चों को भी शिक्षा की मुख्यधारा में प्रवेश करने का सुनिश्चित अवसर मिले। ज्ञात हो मुंबई मनपा के माध्यम से लगभग 100 बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के लिए ‘सिग्नल स्कूल’ स्थापित किया जाएगा।
अमर महल में लागू किया जाएगा ‘सिग्नल स्कूल’
मुंबई मनपा का इरादा छात्रों को सभी नवीनतम सुविधाएं प्रदान करने का है। यह ‘सिग्नल स्कूल’ मुंबई के पूर्वी उपनगरों में सांताक्रूज़ चेंबूर जंक्शन के फ्लाईओवर के नीचे अमर महल (चेंबूर) में लागू किया जाएगा। राज्य कौशल विकास उद्यमिता और नवाचार मंत्री और मुंबई उपनगर जिला संरक्षक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने मुंबई में बेघर बच्चों के लिए एक शैक्षिक प्रणाली बनाने की आवश्यकता व्यक्त की।
तदनुसार लोढ़ा ने मुंबई मनपा को इस तरह के एक अभिनव ‘सिग्नल स्कूल’ के निर्माण का विकल्प भी सुझाया। इस पर मुंबई मनपा आयुक्त और प्रशासक डॉ. इकबाल सिंह चहल और अतिरिक्त नगर आयुक्त (पश्चिमी उपनगर) डा. सुधाकर शिंदे ने प्रशासन को एक ‘सिग्नल स्कूल’ स्थापित करने के निर्देश दिए, जो कि अन्य छात्रों की तरह बेघर बच्चों काे भी भविष्य, शिक्षा सुविधाएं, बौद्धिक विकास और उज्ज्वल होने का मौका प्रदान करेगा। उक्त परियोजना को वित्तीय प्रावधान जिला योजना समिति (मुंबई उपनगर) की निधि से किया गया है।
2018 में ठाणे शुरू किया था सिग्नल स्कूल
अपर मनपा आयुक्त डा. सुधाकर शिंदे ने कहा कि समर्थ भारत व्यासपीठ स्वयंसेवा संस्था ने 2018 में ठाणे के तीन हाट नाका में सिग्नल स्कूल शुरू किया था। मुंबई मनपा के योजना विभाग ने मुंबई के पूर्वी उपनगरों में एक सिग्नल स्कूल स्थापित करने की पहल की है।
सामान्यतः यह विद्यालय 60 से 100 विद्यार्थियों की क्षमता के साथ बनाया जाएगा। निदेशक (योजना) डॉ. (श्रीमती) प्राची जाम्भेकर ने बताया कि इन विद्यालयों के माध्यम से विद्यार्थियों को अधिक से अधिक आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।