मुंबई के दहिसर इलाके में एक शख्स फर्जी कंपनी का नाम इस्तेमाल कर नकली शैम्पू बना रहा था। इस बात की जानकारी इस नामी कंपनी के प्रतिनिधियों ने पुलिस को दी। इसके बाद मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दहिसर के रतन नगर में छापेमारी की। तब ये मामला सामने आया।
धोखाधड़ी और कॉपीराइट अधिनियम एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने उक्त शख्स को गिरफ्तार कर लिया। कंपनी प्रतिनिधियों ने बताया कि आरोपी कचरा वालों से शैंपू की बोतलें लेता था फिर उसे साफ़ करके अपनी फैक्ट्री में बने शैम्पू को भरकर दहिसर की झुग्गियों में बेचता था। आरोपी इन शैंपू की बोतलों को कंपनी के असली प्रोडक्ट की तरह ही बेच रहा था। शिकायत मिलने के बाद दहिसर पुलिस ने उस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज वहां छापा मारा और आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दीपक चौहान नाम के शख्स की फैक्ट्री में उन्हें एक मशहूर ब्रांड के शैम्पू के अलग-अलग साइज के पैकेज मिले। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे ये बोतलें कबाड़ में मिलती थी।
उसने इन बोतलों को केमिकल से साफ किया। वह इन घरेलू शैंपू की बोतलों को भरता था। दहिसर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बोतलों पर लगी सभी लेबलिंग नकली थी। मौके पर विभिन्न रंगीन बोतलों और गंधहीन शैंपू के साथ-साथ प्लांट में एक हॉट एयर गन और विभिन्न ब्रांडों के नकली लेबल भी पाए गए।
बताया जा रहा है कि ये बोतलें थोक और खुदरा वितरण के लिए भेजी जा रही हैं। कंपनी प्रतिनिधि की शिकायत के आधार पर, आरोपी पर 420 (धोखाधड़ी) और कॉपीराइट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।