कब और क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
दुनिया भर में हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य महिलाओं को सांस्कृतिक, आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक समानता दिलवाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस दिन महिलाओं को सामाज में समानता का अधिकार दिलवाना है, ताकि वे अपने हक के प्रति जागरूक बनें।
पहली बार कब मनाया गया महिला दिवस
जानकारी के मुताबिक, साल 1910 में कोपेनेहेगन, डेनमार्क, में क्लारा जेटकिन ने अंतरराष्ट्रीय महिला कॉनफ्रेंस में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकारा गया।
इस प्रस्ताव के बाद साल 1911 में कई यूरेपीय देशों में सबसे पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया, जिसमें महिलाओं के अधिकार के लिए लाखों प्रतिभागियों ने आवाज उठाई। तब से प्रत्येक वर्ष पूरे वर्ल्ड में महिला दिवस मनाया जाने लगा।
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन की मनाने की शुरुआत साल 1975 में की और 2 वर्ष बाद साल 1977 में, यूएन जर्नल असेंबली ने 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की तरह मनाने का ऐलान किया। इस तरह हुई अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत।
महिला दिवस की पहली थीम
संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए पहली थीम 1996 में चुनी थी, जिसका नाम ‘गुज़रे हुए वक़्त का जश्न और भविष्य की योजना बनाना’ था।
महिला दिवस का इतिहास
महिला दिवस को मनाने का श्रेय यूरोप और अमेरिका की आंदोलनजीवी महिलाओं को जाता है। ये आंदोलन साल 1908 में किया गया था।
दरअसल, न्यूयॉर्क सिटी में बड़ी संख्या में महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर परेड निकाली थी। इस आंदोलन में ये महिलाएं महिलाओं के काम के घंटों में कमी, काम करने पर अच्छी सैलेरी और वोट डालने का हक़ भी मिले।