
बाड़मेर। एक पिता ने अपने पुत्र के सातवें जन्मदिन पर रक्तदान करने के साथ इंसानियत का पैगाम देते हुए जन्मदिन मनाया। इस दौरान उनके मित्रों ने भी उपहार स्वरूप रक्तदान करके आपातकाल में जीवनदान का संदेश दिया। राजकीय चिकित्सालय के भामाशाह काउंटर पर कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर कार्यरत गोविंद नामा ने अपने सात वर्षीय बेटे तनुष नामा के जन्मदिन पर राजकीय चिकित्सालय के ब्लड बैंक पहुंचकर रक्त दान किया।
इस दौरान उनके मित्र मोटाराम धन्दे, यशपाल धन्दे, सोहन सोलंकी, जुंझा राम नामा सवाई माली, अशोक मेघवाल ने भी रक्तदान करके मानवता का परिचय दिया। इस अवसर पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन जाति के प्रदेश उपाध्यक्ष उदाराम मेघवाल ने गोविन्द नामा की ओर से अपने बेटे के जन्मदिन पर मित्रो के साथ रक्तदान के कार्य को बेहद अनुकरणीय बताते हुए इसे मानवता का मिसाल बताया।
उन्होंने कहा कि रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं। एक पिता अपने बेटे के जन्मदिन पर केक काटकर खुशियां मनाने के बजाए मित्रों के साथ हॉस्पिटल पहुंचकर रक्तदान जैसा पुनीत कार्य करता है और जरूरतमंद पीड़ित व्यक्ति को खुशियां देता है तो इससे बड़ा कोई पुरुषार्थ हो नहीं सकता।
मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सचिव अबरार मोहम्मद ने कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति इसी तरह जिम्मेदारी के साथ ऐसे अवसरों पर जनहित के कार्य करें तो निःसंदेह हमारी पीढ़ी समाज में नया बदलाव लाएगी और हर एक व्यक्ति के दुख और पीड़ा दूर होगी। इस दौरान ब्लड बैंक के प्रभारी व सीनियर लेब टेक्निशियन धर्मनारायण चौधरी, एलटी ललित मोहन खत्री, लक्ष्मी चौधरी, धीरज, उतमाराम नामा, पत्ताराम, भंवर अनखिया इत्यादि मित्रगण मोजूद रहे।
रिपोर्ट: ठाकराराम मेघवाल, बाड़मेर