भीलवाड़ा। हिन्दुस्तान ज़िंक की राजपुरा दरीबा माइंस के देश के पहली महिला रेस्क्यू टीम का गौरव हांसिल करने बाद रामपुरा आगुचा माइंस में महिला रेस्क्यू टीम ने अपना प्रशिक्षण पूर्ण कर देश में दूसरी महिला माइंस रेस्क्यू टीम की उपलब्धी प्राप्त की हैं। रामपुरा आगुचा खदान का सुरक्षा में समावेशिता और उत्कृष्टता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
माइन रेस्क्यूएनस्टेशनएवेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेडए नागपुर के विशेषज्ञ मार्गदर्शन एवं खान सुरक्षा महानिदेशालय के निर्देशों के अनुपालन मेंए रामपुरा आगुचा खदान की महिला इंजीनियर ने 18 दिनों का गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण किया। अंडरग्राउंड माइन ऑपरेशंस एंड मेंटेनेंस की 8 प्रतिभाशाली महिला इंजीनियरों को भूमिगत खदान बचाव तकनीकों में सावधानीपूर्वक प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण में टीम को महत्वपूर्ण जीवन रक्षक कौशल, जिसमें सीपीआरए स्व.निहित क्लोज्ड सर्किट ब्रीदिंग उपकरण का उपयोगए पुनर्जीवित उपकरणए और हताहतों को बचाने के लिए घनी आग और धुएं वाले क्षेत्रों में नेविगेट करना शामिल है।
इसके अलावाए उन्हें जमीन ढहने परिस्थिति में फंसे व्यक्तियों को बचाने का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। अत्याधुनिक तकनीकों और बचाव उपकरणों का उपयोग करते हुएए टीम सभी कार्यों में सुरक्षा और दक्षता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करते हुएए फंसे हुए खनिकों को खोजने और बचाने में भी दक्ष है।