
Pahalgam Terror Attack Update: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद, देश के प्रतिष्ठित रक्षा विशेषज्ञ और सेना के पूर्व अधिकारी मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) जी.डी. बक्शी (Maj Gen G.D. Bakshi) ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस हमले को पाकिस्तान की एक “गंभीर और अस्वीकार्य उकसावे की कार्रवाई” करार देते हुए कहा कि अब भारत को सिर्फ जवाबी नहीं, बल्कि आक्रामक नीति अपनाने की जरूरत है।
“अब दूसरा बालाकोट करने का वक्त है”
बक्शी ने कहा, “अब समय आ गया है कि भारत फिर से बालाकोट जैसी कार्यवाही करे। हमें बार-बार हमले सहने की जगह, आतंकियों और उनके आकाओं को पहले ही रोकने की नीति अपनानी होगी।”
उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ निर्दोष नागरिकों पर नहीं बल्कि देश की पर्यटन अर्थव्यवस्था पर भी सीधा हमला है। “पहलगाम और द्रास अमरनाथ यात्रा के दो मुख्य आधार स्थल हैं। यह हमला तीर्थयात्रियों को निशाना बनाने की साज़िश है।”
“रोती हुई विधवा को देखकर दिल टूट गया”
जनरल बक्शी ने हमले में मारे गए लोगों के परिवारों का ज़िक्र करते हुए कहा कि एक महिला को अपने पति के शव के पास विलाप करते देखना बेहद पीड़ादायक था। “हर बार हमलावर बच निकलते हैं और हम सिर्फ निंदा कर के रह जाते हैं। अब ये बंद होना चाहिए।”
“ISI ने सुरक्षा में आई ढील का फायदा उठाया”
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दौरान जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती में कमी आई थी, जिसे पाकिस्तान ने एक रणनीतिक अवसर की तरह इस्तेमाल किया। “रीासी, राजौरी, किश्तवाड़ और डोडा जैसे इलाकों में आतंकियों की घुसपैठ बढ़ी है। अब वे सीधे कश्मीर घाटी को निशाना बना रहे हैं।”
“भारत की छवि से ज़्यादा ज़रूरी है सुरक्षा”
मेजर जनरल बक्शी ने सवाल उठाया कि भारत अभी तक पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम बनाए क्यों हुए है। उन्होंने कहा, “हमारे तोपखाने खामोश क्यों हैं? जब आतंक के अड्डे सीमा पार मौजूद हैं, तो जवाब क्यों नहीं दिया जा रहा?”
उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि भारत उरी और बालाकोट जैसी सर्जिकल स्ट्राइक्स दोहराए। “हमें अब केवल जवाबी नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक और सैन्य स्तर पर पाकिस्तान को उसकी हर कार्रवाई की कीमत चुकवानी होगी।”
“अब बातें नहीं, ठोस कार्रवाई ज़रूरी है”
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और आंतरिक हालातों का ज़िक्र करते हुए बक्शी ने कहा कि एक डूबता हुआ देश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में आतंक को फिर से जिंदा करने की कोशिश कर रहा है। “भारत को अब सिर्फ संयम दिखाने की रणनीति से आगे बढ़ना होगा। दुनिया को दिखाने की ज़रूरत नहीं कि हम कितने शांतिप्रिय हैं।”
मेजर जनरल बक्शी का स्पष्ट संदेश था — अब वक्त है कार्यवाही का, न कि केवल बयानबाज़ी का। उनका मानना है कि जब तक भारत आतंक के हर हमले का सख्ती से जवाब नहीं देगा, तब तक पाकिस्तान की हरकतें बंद नहीं होंगी।