भांबरी और साकेत माइनेनी की जोड़ी ने रविवार को इस्लामाबाद में खेले गए युगल मुकाबले में जीत के साथ भारत को प्ले ऑफ में 3-0 की विजयी बढ़त दिलाई। इस जीत के साथ ही भारतीय डेविस कप टेनिस टीम ने 60 साल बाद पाकिस्तान का दौरा करते हुए विश्व ग्रुप एक में जगह सुनिश्चित की।
शनिवार को 2-0 की बढ़त हासिल करने के बाद रविवार को युकी और साकेत ने मुजम्मिल मुर्तजा और अकील खान की मेजबान टीम की जोड़ी को 6-2 7-6(5) से हराकर मुकाबले में पाकिस्तान पर भारत के दबदबे को बरकरार रखा। टेनिस के विश्व कप के रूप में पहचानी जाने वाली इस प्रतियोगिता में भारत की आठ मुकाबलों में पाकिस्तान के खिलाफ यह आठवीं जीत है।
भारतीय टीम अब सितंबर में विश्व ग्रुप एक में हिस्सा लेगी, जबकि पाकिस्तान ग्रुप दो में रहेगा। भारतीय टीम ने कड़ी परिस्थितियों और अपने आस-पास भारी सुरक्षा से अच्छी तरह सामंजस्य बैठाया और माहौल का अपने प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ने दिया। पाकिस्तान टेनिस महासंघ (पीटीएफ) ने खिलाड़ियों के चारों ओर एक सुरक्षा जाल बनाने में अच्छा काम किया। कई एजेंसियों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि यह ऐतिहासिक मुकाबला बिना किसी अप्रिय घटना के संपन्न हो।
भारतीय खिलाड़ियों के रिटर्न भी लाजवाब
पाकिस्तान ने युगल मुकाबले के लिए अकील को बरकत उल्लाह की जगह उतारा क्योंकि वह करो या मरो के इस मैच में अनुभवी खिलाड़ी चाहते थे। इस मुकाबले में हार भारत की जीत तय करती।
युकी और साकेत ने हालांकि मेजबान जोड़ी को कोई मौका नहीं दिया और इस मुकाबले में दोनों टीम के बीच का अंतर साफ दिखा। पाकिस्तान की जोड़ी को साकेत की सर्विस का सामना करने में काफी परेशानी हुई। उन्होंने अपनी सर्विस पर बेहद कम अंक गंवाए और नेट पर भी शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय खिलाड़ियों के रिटर्न भी लाजवाब रहे और युकी ने कई बार पाकिस्तान के दोनों खिलाड़ियों के बीच से विनर लगाए।