नई दिल्ली। युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फ्रांस के फिरोजा अलीरेजा को हराकर एकल बढ़त हासिल कर ली है। इस तरह 17 साल के गुकेश अब तक के सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियनशिप दावेदार बनने की कोशिश में जुटे हुए हैं। अब टूर्नामेंट में एक दौर का खेल बचा है। गुकेश अगर कैंडिडेट्स में विजेता बनते हैं तो विश्व चैंपियन खिताब के लिए उनकी भिड़ंत चीन के डिंग लिरेन से होगी।
रूस के इयान नेपोमनियाच्ची और अमेरिका के हिकारू नाकामुरा ने ड्रॉ खेला। गुकेश को हालांकि संयम से खेलने का लाभ मिला और उन्होंने मुश्किल स्थिति में अलीरेजा की अंत में की गई भूल का फायदा उठाया। गुकेश के अब 13 में से 8.5 अंक हैं जिससे वह नेपोमनियाच्ची, नाकामुरा और अमेरिका के फैबियानो कारूआना से आधा अंक आगे हैं। गुकेश का सामना अब अंतिम दौर में नाकामुरा से होगा। कारूआना की भिड़ंत नेपोमनियाच्ची से होगी। हालांकि चार खिलाड़ियों में से कोई भी इस प्रतियोगिता को जीत सकता है।
लेकिन संभावनाएं काफी हद तक गुकेश के पक्ष में है क्योंकि ड्रॉ भी उन्हें विश्व चैंपियनशिप मैच के लिए सबसे कम उम्र के दावेदार के रूप में उभरने के लिए काफी हो सकता है। अन्य भारतीयों में आर प्रगनानंद और विदित गुजराती छह अंकों के साथ संयुक्त पाचवें स्थान पर हैं, जबकि फिरोजा के 4.5 अंक हैं। इनके अलावा निजात अबासोव के 3.5 अंक हैं। कारूआना ने कड़े मुकाबले में प्रगनानंद को पराजित किया, जबकि गुजराती ने अजरबेजान के अबासोव से ड्रॉ खेला।
हम्पी ने खेला ड्रॉ, वैशाली को मिली जीत
महिलाओं की स्पर्धा में कोनेरू हम्पी ने अन्ना मुजिचुक से ड्रॉ खेला, जबकि आर वैशाली ने लेई टिंग्जी को पराजित किया। 22 साल की वैशाली ने इस तरह अपनी पिछली चार बाजियों में लगातार जीत दर्ज की है। वैशाली ने शानदार जीत से लेई की उम्मीदों पर पानी फेरा, जबकि हम्पी ने यूक्रेन के मुजिचुक और बुल्गारिया की नुरूग्युल सालिमोवा ने रूस की कैटरीना लाग्रो से बाजी ड्रॉ कराकर अंक बांटे। गोरयाचकिना, लाग्रो, हम्पी और वैशाली के 6.5 अंक हैं और ये सभी संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर बनी हुई हैं।