
राजसमंद (Rajsamand) युवा इंजीनियर्स टेक्नोलॉजी और नए इनोवेशन की नई चुनौतियों को अपनाएं और देश को तकनीकी रूप से अग्रणी बनाए ये विचार अलंकार इंजीनियर्स लिमिटेड के निदेशक देवकिशन शर्मा ने कहे। उन्होंने कहा कि आज के युवा इंजीनियर्स गहन तकनीकी क्षेत्रों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स आदि में इनोवेशन कर बहुत अच्छा काम कर सकते हैं और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर सकते हैं ।विज्ञान भारती के जितेंद्र संध्या ने डॉ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इंजीनियर दिवस का मुख्य उद्देश्य देश के इंजीनियर्स के उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करना और उनके इनोवेशन, टेक्नोलॉजी एवं उनके कौशल की सराहना करना है। इसके माध्यम से युवाओं को विज्ञान, गणित और तकनीक के क्षेत्र में करियर बनाने, नई सोच को अपनाने और देश के लिए कुछ नया रचने की प्रेरणा दी जाती है। ट्रस्टी तिलकेश भाटिया ने कहा विद्यार्थियों को अपने कौशल और प्रतिभा के साथ, विज्ञान से जुड़कर नई तकनीक का उपयोग कर नए नए नवाचार कर आगे बड़े और जीवन में सकारात्मक सोच और कठिन परिश्रम कर अपने भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास करे। कार्यक्रम में डॉ गोपाल कुमावत, डॉ राहुल दहिया ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई प्रोजेक्ट प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। संस्थान के डॉ कपिल पारिख ने सभी अतिथियो का स्वागत किया। इस अवसर पर संस्थान पीआरओ धर्मेश पालीवाल सहित व्याख्याता सहित प्रतिभागी विद्यार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कोमल पालीवाल ने किया।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
