
सोजत रोड (Sojat Road) कस्बे के माताजी नगर स्थित माताजी मंदिर परिसर में चातुर्मास पर्व के अवसर पर चल रहे धार्मिक अनुष्ठानों के बीच महामंडलेश्वर स्वामी चेतन गिरी जी महाराज ने रविवार को प्रवचन दिए। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि जीवन में दान का विशेष महत्व है। दान केवल पुण्य अर्जन का साधन ही नहीं बल्कि समाज की सेवा का माध्यम भी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे गौ सेवा के लिए दान करना एक श्रेष्ठ कार्य माना गया है, उसी प्रकार विद्या दान भी सर्वोत्तम दानों में गिना जाता है। स्वामी चेतन गिरी जी ने वर्तमान समय की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि आज अनेक विद्यालय जर्जर स्थिति में हैं और शिक्षा के क्षेत्र में अनेक चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। ऐसे में समाज के हर व्यक्ति को चाहिए कि वह शिक्षा के प्रसार और विद्यालयों की स्थिति सुधारने में योगदान दे। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह आधार है जिस पर भविष्य की मजबूत नींव रखी जाती है।यदि विद्या का दान किया जाए तो वह सदियों तक समाज को दिशा देने वाला पुण्य कार्य सिद्ध होता है। उन्होंने यह भी कहा कि चातुर्मास का यह पावन पर्व आत्मचिंतन और सेवा का अवसर है। ऐसे अवसरों पर समाजजन यदि निःस्वार्थ भाव से सहयोग करें तो इसका लाभ पीढ़ी दर पीढ़ी मिलता रहेगा।
रिपोर्ट – बाबूलाल पंवार