
भीलवाड़ा (Bhilwara) श्री सांवरिया सेठ मंदिर ट्रस्ट नौगांवा (Naugawa) की ओर से माधव गौशाला परिसर स्थित सांवरिया सेठ मंदिर में आयोजित होने वाले जलझूलनी एकादशी मेले की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। मेले के प्रचार-प्रसार के लिए फ्लेक्स लगाए जाने हैं, जिनका विमोचन मंगलवार को किया गया। इस मौके पर मेला संयोजक मदन गोपाल कालरा, सह-संयोजक सोहनलाल गहलोत और लक्ष्मी लाल तिवारी मौजूद रहे। ट्रस्ट के महामंत्री कैलाश डाड ने बताया कि जिले भर में प्रचार-प्रसार जोर-शोर से हो रहा है, और घर-घर जाकर पीले चावल देकर ग्रामीणों को ठाकुर जी की बेवाण यात्रा के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। कार्यक्रम 31 अगस्त से शुरू होंगे। उन्होंने बताया कि जलझूलनी एकादशी के लिए नौगांवा गांव पूरी तरह से तैयार है। 3 सितंबर को होने वाले इस महापर्व में हजारों भक्त प्रभु सांवलिया सेठ के दर्शन के लिए जुटेंगे। मेले का मुख्य आकर्षण भगवान ठाकुर जी की बेवाण यात्रा होगी, जो 3 सितंबर को दोपहर 2.30 बजे मंदिर से शुरू होगी और नौगांवा तालाब तक जाएगी। वहां ठाकुर जी को झूला झुलाया जाएगा। इस पवित्र बेवाण को अपने कंधों पर उठाने के लिए शहर के सांसद, विधायक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे। यह दृश्य भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वागत, प्रचार-प्रसार, पद यात्री विश्राम, मंदिर दर्शन, शोभायात्रा, चिकित्सा, महाआरती, पार्किंग, सुरक्षा, भोजन और पेयजल जैसी विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। ट्रस्ट का उद्देश्य है कि हर भक्त को इस महापर्व का हिस्सा बनकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव हो। इस बार मेले की एक खास बात यह है कि सभी कार्यकर्ता पारंपरिक भारतीय वेशभूषा में नज़र आएंगे। वे सफेद धोती-कुर्ता पहनकर सेवा कार्य करेंगे, जो एकता और आध्यात्मिकता का प्रतीक होगा। नौगांवा चौराहे पर श्रद्धालुओं के लिए ई-रिक्शा की भी व्यवस्था की गई है, ताकि वे आसानी से पार्किंग से मंदिर तक पहुँच सकें। यह जलझूलनी एकादशी का मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह श्रद्धा, सेवा और भक्ति का एक अद्भुत संगम भी है।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल