Jaisalmer। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित कर चुके मरु महोत्सव-2025 का आयोजन 09 फरवरी से 12 फरवरी, 2025 तक आयोजित होगा। मरु महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ख्यातनाम लोक कलाकारों के साथ ही सूफी सिंगर ज्योति नुुरान, काका, कबीर कैफे और कूटलेखां मुख्य आकर्षण के केन्द्र होंगे। जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि जैसलमेर, सम व पोकरण में होने वाले चार दिवसीय मरु महोत्सव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर युद्व स्तर पर तैयारियॉं की जा रही है एवं मरु महोत्सव को यादगार बनाने के लिए बेहतर प्रबंध किये जा रहे है।
चार दिवस तक आयोजित होने वाले ये कार्यक्रम
सहायक निदेशक पर्यटक स्वागत केन्द्र कमलेश्वर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा मरु महोत्सव के भव्य आयोजन को लेकर जिला प्रशासन के सहयोग से तैयारियॉं की जा रही है। उन्होंने बताया कि परमाणु नगरी पोकरण में 09 फरवरी को प्रातः 9 बजे सालमसागर तालाब पर स्थित नेपालेश्वर महादेव मंदिर में आरती की जाएगी एवं पोकरण फोर्ट से शोभायात्रा का आयोजन होगा एवं यह शोभायात्रा शहर के मार्गो से होती हुई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचेगी।
यहां पर प्रातः 11 बजे महोत्सव का उद्घाटन होगा एवं इसके बाद मिस. पोकरण, मिस्टर पोकरण जैसी रौचक प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। इसके बाद रस्सा-कस्सी, कुश्ती, म्युजिकल चेयर एवं पोट रेस की प्रतियोगिताएं होगी। साथ ही सायं को राजस्थानी लोक संस्कृति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। वहीं हरियाणवीं सिंगर मनीषा शर्मा और डी. नवीन के संगीत की शानदार प्रस्तुती होगी।
10 फरवरी को ये होंगे कार्यक्रम
उन्होंने बताया कि 10 फरवरी को प्रातः सोनार दुर्ग स्थित भगवान लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में सुबह आरती की जाएगी। इसके बाद प्रातः 9 बजे गड़सीसर लेक से भव्य रंग-बिरंगी शौभायात्रा का आयोजन होगा । इसके बाद शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में मरु महोत्सव का आगाज होगा एवं यहां पर मरुश्री एवं मिस मूमल, मिसेज जैसलमेर के साथ ही मूमल-महेन्द्र, साफा बांधो एवं मूंछ प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। महोत्सव के दौरान शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आर्ट एण्ड क्रॉफ्ट मेले का आयोजन होगा।
मेेले में पपेट-शौ, मैजिक शौ एवं स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी जाएगी। इस दिन सायं पूनम स्टेडियम में राजस्थानी लोक संगीत की महफिल जमेगी। जिसमें स्थानीय ख्यातनाम लोक कलाकार हसनखां एवं कूटलेखां की सांस्कृतिक प्रस्तुतीयॉं पेश होगी एवं इसके बाद मशहूर सूफी सिंगर ज्योति नुुरान अपना सूफी संगीत पेश करेगी।
11 फरवरी को रेगिस्तानी जहाज के नाम होंगे आकर्षक कार्यक्रम
उन्होंने बताया कि मरु महोत्सव के तीसरे दिन 11 फरवरी को प्रातः 9ः30 बजे से स्थानीय देदानसर मैदान में सांस्कृतिक प्रस्तुतीयों के साथ ही रेगिस्तानी जहाज ऊंट के कई रौचक कार्यक्रम होंगे। इसमें सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र सीमा सुरक्षा बल का कैमल टैंटू-शो होगा। यहां पर ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता के साथ रस्सा-कस्सी, पोट रेस, जिमनाष्टिक शौ का आयोजन होगा वहीं ऊंट श्रृंगार एवं शान-ए-मरुधरा की प्रतियोगिताएं होगी। यहां पर कैमल पोलो मैंच का आयोजन होगा। अपरान्ह 4ः30 बजे हेरीटेज वॉक का आयोजन होगा।
इसी दिवस सायं को शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य की महफिल जमेगी जिसमें अन्नू द्वारा घूटना चकरी नृत्य पेश किया जाएगा। इसके बाद पंजाबी सिंगर काका द्वारा पंजाबी गीतों की महफिल सजायी जाएगी। इसी दिवस प्रातः 7:30 में गड़सीसर लेक पर राजस्थानी लोक संगीत के साथ योगा का आयोजन होगा।
12 फरवरी को सम-लखमणा धोरों पर सजेगी भव्य सांस्कृतिक सांझ
उन्होंने बताया कि मरु महोत्सव के अंतिम एवं चौथे दिवस 12 फरवरी को सम के पास स्थित लखमणा के मखमली धौरों पर माघ पूर्णिमा की धवल चांदनी के तले भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा। इस सांस्कृतिक सांझ में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार तगाराम भील द्वारा अलगौंजावादन पर लोक गीतों की स्वर लहरियॉं बिखेरी जाएगी वहीं ख्यातनाम कलाकार भूंगरखां का सिंफनी कार्यक्रम होगा।
अन्त में मशहूर कबीर कैफे बैण्ड की शानदार प्रस्तुती होगी। इससे पूर्व लखमणा के रेतीले धोरों पर कैमल रेस होगी। इस दिवस को प्रातः 9 से दोपहर 1 बजे तक पालीवालों के परित्यक्त एतिहासिक कुलधरा व खाभा में मांडणा आर्ट का आयोजन होगा एवं प्रातः 11 बजे लाणेला में घूड़ दौड़ प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसके साथ ही 10 से 12 फरवरी तक खुहड़ी में भी कैमल राईडिंग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी जाएगी जिसका भी देशी-विदेशी सैलानी आनन्द ले सकेगें।