
भक्ति और आस्था के पर्व जलझूलनी एकादशी के लिए भीलवाड़ा (Bhilwara) का नौगांवा गांव पूरी तरह से तैयार है। श्री सांवलिया सेठ मंदिर ट्रस्ट की ओर से माधव गौशाला परिसर में आयोजित होने वाले भव्य मेले की तैयारियां पूरे जोश के साथ चल रही हैं। ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया कि 3 सितंबर को होने वाले इस महापर्व में हजारों भक्त प्रभु सांवलिया सेठ के दर्शनों के लिए जुटेंगे। मेले की तैयारी को लेकर हाल ही में हुई एक बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। भक्तों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि सभी को आसानी से दर्शन हो सकें। इसके लिए मेला संयोजक मदन गोपाल कालरा, सह संयोजक सोहनलाल गहलोत और लक्ष्मी लाल तिवारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
धोती कुर्ता में रहेंगे मेला समिति के कार्यकर्ता
मेला संयोजक मदन गोपाल कालरा ने बताया की मेले में इस बार खास बात यह है कि सभी कार्यकर्ता पारंपरिक भारतीय वेशभूषा में नज़र आएंगे। वे सफेद धोती-कुर्ता पहनकर सेवा कार्य करेंगे, जो एकता और आध्यात्मिकता का प्रतीक होगा। नौगांवा चौराहे पर श्रद्धालुओं के लिए ई-रिक्शा की भी व्यवस्था की गई है, ताकि वे आसानी से पार्किंग से मंदिर तक पहुंच सकें। यह जलझूलनी एकादशी का मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह श्रद्धा, सेवा और भक्ति का एक अद्भुत संगम भी है।
भक्तों की सेवा के लिए बनीं विशेष समितियां मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। इनमें स्वागत, प्रचार-प्रसार, पद यात्री विश्राम, मंदिर दर्शन, शोभायात्रा, चिकित्सा, महाआरती, पार्किंग, सुरक्षा, भोजन और पेयजल जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। ट्रस्ट का उद्देश्य है कि हर भक्त को इस महापर्व का हिस्सा बनकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव हो।
ठाकुर जी की शोभायात्रा और बेवाण यात्रा मुख्य आकर्षण
मेले का मुख्य आकर्षण भगवान ठाकुर जी की बेवाण यात्रा होगी। 3 सितंबर को दोपहर 2.30 बजे मंदिर से शुरू होने वाली यह यात्रा नौगांवा तालाब तक जाएगी, जहां ठाकुर जी को झूला झुलाया जाएगा। इस पवित्र बेवाण को अपने कंधों पर उठाने के लिए शहर के सांसद, विधायक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे। यह दृश्य भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा, जहां वे प्रभु की सेवा का सौभाग्य प्राप्त कर सकेंगे।