भीलवाड़ा। काछोला सहित 8 ग्राम पंचायतों को पूर्व की भांति मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र व भीलवाड़ा जिले में रखने की मांग को लेकर गुरुवार को माण्डलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल को संघर्ष समिति के सदस्यों ने काछोला पंचायत परिसर धरना स्थल पर पुनः भीलवाड़ा जिले में रखने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन में संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने माण्डलगढ़ विधानसभा क्षेत्र की 16 पंचायतों को काछोला तहसील में जोड़कर शाहपुरा जिले में जोड़ दिया गया था जो कि न्याय संगत नहीं था। इसे लेकर 16 पंचायतों के जनप्रतिनिधि व आमजन में भारी रोष व्याप्त हो गया था। उन्होंने माण्डलगढ़ उपखण्ड पर लम्बे समय तक धरना-प्रदर्शन किया।
कांग्रेस सरकार द्वारा गैर जन हितैषी निर्णय करके 8 पंचायतों को वापस भीलवाड़ा जिले में जोड़ दिया गया जबकि 8 पंचायतों को शाहपुरा जिले में ही रखा गया। ग्रामीणों की मांग है कि नवसृजित जिला शाहपुरा में शामिल काछोला, राजगढ़, सरथला, थलकला, जस्सुजी का खेड़ा, झंझोला, मांगटला, जलीन्द्री पंचायतों को भी वापस भीलवाड़ा जिले में व माण्डलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में रखा जाए।
इसी मांग को लेकर बैठक में आगामी रणनीति बनाई जाएगी। अगर इन पंचायतों को भीलवाड़ा जिले में नहीं जोड़ा गया तो काछोला सहित सभी पंचायतों में अनिश्चित कालीन बन्द रखा जाएगा। इस अवसर पर प्रधान जितेंद्र कुमार मूंदड़ा, सरपंच रामपाल बलाई, एनके सोनी, वंश प्रदीप सिंह सोलंकी, महावीर दाधीच, संपत सिंह सोलंकी, संदीप सोनी, कैलाश धाकड़, अब्दुल सलाम रंगरेज, मुरली मूंदड़ा, हरीश चैधरी, बजरंग मंत्री, मुकेश पाराशर, दुर्गा शंकर आचार्य, सत्यनारायण बलाई सहित सैकड़ो ग्रार्मीण उपस्तिथ थे।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल, भीलवाड़ा