खिंवाड़ा। में गूंजती संग की थाप व घुघरू की खनक,पारम्परिक वेशभूषा में नृत्य करते गेरियों का उत्साह बढ़ाता विशाल जनसमूह कमोबेश कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को डांयलाना कंला स्थित जीजीवड़ आईमाता मन्दिर प्रांगण में आयोजित मेले में देखने को मिला। बुधवार को माता के मन्दिर प्रांगण में शक्तिदामिनी आईमाता की केशर जोत व दर्शनों के लिए आईमाता के भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। माता के दर्शनों के लिए उमड़े जनसैलाब के चलते कई मर्तबा व्यवस्था चरमरा गई।
जिसे सीरवी नव युवक मंडल के कार्यकर्ताओं ने संभाली।माताजी के दर्शनो के लिए अल सवेरे से ही समूचे अरावल व कांठा क्षैत्र से आईमाता के भक्तों का आने का सिलसिला शुरू हो गया जो देखते-देखते समूचा धाम आईमाता के जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर मेला प्रांगण में लगी मणिहारी व अन्य साजो-सामान की दुकानों पर जंहा ग्रामीणों ने अपनी क्षमतानुसार खरीददारी की गई। वंही झुलों,चाट की दुकानों पर आईमाता के भक्तों ने जमकर लुत्फ उठाया।
हर कदम पर शीतल पेयजल
मेले मे आने वाले मेलाथिैयों को शीतल पेयजल पिलाने के लिए माता के भक्तों ने मेला प्रांगण से लेकर डांयलाना गांव तक दो किलोमीटर मार्ग तक हर कदम पर ठंडे पानी के मटके रख कर बुला-बुलाकर शीतल पेयजल पिलाया गया।
भगवामय बना धाम
विक्रम संवत्सर के अवसर पर आईमाता धाम में लगे मेले व डांयलाना कंला कस्बें में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने केसरिया परचम ओम अंकित झण्डियां लगाकर वातावरण को भगवामय बना दिया गया।