जैसलमेर। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने सर्किट हाउस में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) के अधिकारियों के साथ सोनार किला की व्यवस्थाओं को लेकर अहम चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुख्य विषय किले के द्वितीय द्वार को खोलने और पर्यटकों की आवाजाही को बेहतर बनाने का है । बैठक में किले की ऐतिहासिक संरचना को सुरक्षित रखते हुए सुविधाओं के विस्तार और भीड़ प्रबंधन पर विचार किया गया, जिससे पर्यटकों को अधिक सुगम अनुभव मिल सके।
सर्वप्रथम केंद्रीय मंत्री शेखावत का जैसलमेर एयरपोर्ट और जैसलमेर सर्किट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत-अभिनंदन किया। उन्होंने सर्किट हाऊस में बड़ी संख्या में उपस्थित गणमान्य लोगों से मुलाकात की। अपने स्नेहिल स्वागत-अभिनंदन के लिए सभी का आभार जताया। शेखावत ने कहा कि पहले की सरकारों की यह सोच हुआ करती थी कि सीमावर्ती क्षेत्र प्रतिबंधित रहें।
वहां लोगों का आवागमन न हो, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच यह है कि सीमावर्ती गांव हमारा आखिरी नहीं पहला गांव है। जब से उसको पहला गांव कहकर संबोधित करना शुरू किया है, उसी तरह से विकसित करना शुरू किया, उसका प्रभाव अब दिखाई देने लगा है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अभी हाल में राजस्थान की उप मुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री दियाकुमारी के साथ बैठक हुई।
बड़े स्तर पर हम जैसलमेर और पश्चिमी राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा दे सकें, उसको लेकर चर्चा की। राजस्थान सरकार को निर्देश दिए हैं कि वो एक बार प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को दें, ताकि हम आइकॉनिक डेस्टिनेशन डेवलपमेंट की स्कीम में जैसलमेर को सम्मिलित कर पर्यटन संभावनाओं को विकसित करने के लिए काम कर सकें।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा