राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक और लेक्चरर भर्ती परीक्षा में पदों की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर बेरोजगार युवाओं का आंदोलन जोर पकड़ रहा है। सोमवार (3 मार्च, 2025) को यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में युवाओं ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी को ज्ञापन सौंपा।
युवाओं का कहना है कि यदि 15 दिनों में उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो वे बड़े स्तर पर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। बता दे कि सोमवार को राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में समस्त बेरोजगार युवा महावीर पार्क के पीछे जमा हुए। वहां से रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान युवाओं के हाथों में अलग-अलग स्लोगन लिखी तख्तियां नजर आई।
युवाओं की मुख्य मांगें
पदों की संख्या बढ़ाई जाए – वर्तमान में वरिष्ठ अध्यापक के 34,000 और लेक्चरर के 18,000 पद रिक्त हैं, लेकिन हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति में मात्र 2,129 और 2,202 पदों की घोषणा की गई है।
फॉर्म रिओपन किए जाएं – जो अभ्यर्थी आवेदन करने से चूक गए, उन्हें दोबारा मौका दिया जाए।
स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को दूर किया जाए, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित न हो।
सरकार पर बढ़ता जा रहा दबाव
प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने सरकार पर बेरोजगारों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लाखों अभ्यर्थी वर्षों से तैयारी कर रहे हैं, लेकिन इतनी कम संख्या में पद निकालना अन्याय है। राजेंद्र चौधरी ने कहा कि यह बीते 15 सालों में सबसे कम भर्ती है, जबकि योग्य अभ्यर्थियों की संख्या 20-25 लाख से ज्यादा है। उनका कहना है कि अगर सरकार जल्द से जल्द इस मुद्दे पर फैसला नहीं लेती, तो वे सड़क से लेकर विधानसभा तक संघर्ष करेंगे।
क्या होगा आगे?
अब सरकार पर दबाव है कि वह इस मुद्दे पर कोई ठोस निर्णय ले। यदि युवाओं की मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आने वाले दिनों में प्रदेश में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल