
जैसलमेर (Jaisalmer) श्री ब्रहम्क्षत्रिय खत्री समाज द्वारा आयोजित हिंगलाज महोत्सव का शुभारम्भ अत्यंत हर्षोल्लास एवं पारंपरिक गरिमा के साथ हुआ। इस अवसर पर नगर में एक भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें खत्री समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी रही। शोभा यात्रा ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रकट किया, बल्कि समाज की एकजुटता और सांस्कृतिक चेतना का भी सशक्त परिचय दिया।
शोभा यात्रा हनुमान चौराहे से प्रारंभ होकर मुख्य बाजार, गोपा चौक और आसनी रोड होते हुए हिंगलाज मंदिर, गांधी कॉलोनी तक पहुंची। यात्रा में घोड़ों और ऊँटों पर सवार समाजबंधुओं की अगुवाई रही, जिनके पीछे मंगल कलश लिए एकरूप पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं और बालिकाएं चल रही थीं। देवी-देवताओं की मनोहारी झांकियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर शोभा यात्रा का स्वागत किया। विभिन्न स्थानों पर अल्पाहार एवं ‘जलपान’ की व्यवस्था ने यात्रियों की सेवा भावना को दर्शाया। इस विशाल आयोजन में जैसलमेर जिले के साथ-साथ अन्य शहरों से आए अतिथियों ने भी भाग लिया, जिससे समाज की व्यापकता और समरसता का परिचय मिला
खत्री समाज के अध्यक्ष सत्यनारायण दढ़ा ने बताया कि इस आयोजन की सफलता का श्रेय एकता मंडल, महिला मंडल एवं ‘हिमलाज किशोर मंडल’ को जाता है, जिन्होंने महीनों की तैयारी, समन्वय और सजावट में अपना पूर्ण योगदान दिया। विशेष रूप से महिलाओं द्वारा मंगल कलश यात्रा की पारंपरिक प्रस्तुति ने कार्यक्रम को आध्यात्मिक ऊंचाई प्रदान की।
हिंगलाज मंदिर पहुंचने पर ‘महाआरती एवं पूजा-अर्चना का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भाग लिया। तत्पश्चात समाज भवन में सभी समाजबंधुओं ने सामूहिक भोजन प्रसाद ग्रहण किया। समाज अध्यक्ष श्री सत्यनारायण दड़ा ने उपस्थितजनों से ‘लौद्रवा स्थित प्राचीन हिंगलाज मंदिर में दर्शन हेतु प्रस्थान करने की अपील की।
लौद्रवा में मेले की परंपरा और सहयोग की भावना
लौद्रवा में स्थित ‘मां हिंगलाज का प्राचीन मंदिर दशकों से ब्रह्मक्षत्रिय समाज की आस्था का केंद्र रहा है, जहां प्रतिवर्ष मेले का आयोजन होता है। इस वर्ष भी समाजबंधु बसों एवं निजी साधनों से वहां पहुंचे। ‘समाज कोषाध्यक्ष श्री मोहनलाल बिछड़ा ने नेले के आयोजन हेतु आर्थिक सहयोग का निवेदन किया और सहयोग करने वाले सभी बंधुओं का आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा
