
भीलवाड़ा। महिलाओं को संगठित कर उन्हें सशक्त करने और आत्मनिर्भर बनाने की हिन्दुस्तान जिंक की पहल सराहनीय है, यह बात जिला पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र यादव ने हिन्दुस्तान जिंक रामपुरा आगुचा एवं मंजरी फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित सखी उत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त और स्वतंत्र होती है वो घरेलू हिंसा का शिकार नही होती है। उन्होंने महिलाओं से आव्हान किया कि वे अन्य महिलाओं को भी इस हेतु प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में सखियों के आपस में जुडे़ होना ही इस कार्यक्रम की सफलता को इंगित करता है। महिला सशक्तिरण समाज की आवश्यकता है। महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को राज्य स्तर पर पहचान मिलें। महिला शक्ति परिवार और राष्ट्र की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है इसे निरंतर जारी रखा जाएं। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओम प्रकाश मेहरा ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक की सखी परियोजना से हज़ारों की संख्या में सशक्त होकर आर्थिक विकास में अपना योगदान दे रही है वे अपने परिवार की आवश्यकाताओं को पूरा करने में सहयोग दे रही है जो कि क्रांतिकारी बदलाव है।
यह इस बात का उदाहरण है कि महिलाओं को अवसर दिया जाएं तो वह क्या नही कर सकती है। कार्यक्रम में रामपुरा आगुचा आईबीयू सीईओ किशोर कुमार एस ने हिन्दुस्तान ज़िंक द्वारा संचालित सखी परियोजना की जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी महिला सशक्तिकरण हेतु सदैव कटिबद्ध है। उन्होने कहा कि महिलाएं आज देश में किसी भी क्षेत्र में पिछे नही है सभी महिलाओं को प्रेरणा लेते हुए परिवार, समाज और देश के उत्थान के लिये आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान ज़िंक में महिला कर्मचारी किसी भी तरह के कार्य में पिछे नही है, रामपुरा आगुचा माइंस में देश की दूसरी महिला रेस्क्यू टीम तैनात है और सभी कार्याे में महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य कर रही है। कार्यक्रम मेंएसडीएम गुलाबपुरा रोहित चौहान, प्रधान हुरड़ा कृष्ण सिंह राठौड़, यूनिट हेड रामपुरा आगुचा माइंस सचिन देशमुख, मिल हेड कैलाश विश्नोई, हेड सिक्योरिटी विनय कुमार, हुरड़ा सरपंच श्यारी देवी, बड़ला सरपंच आशा देवी उपस्थित थे। सखी उत्सव में सखी फेडरेशन की विजयश्री ने परियोजना के वर्ष भर की गतिविधियों की जानकारी दी।
समूह की महिलाओं द्वारा लोक नृत्य तथा गीतों की लोकलुभावन प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में साथ ही सीएसआर के अन्तर्गत हिन्दुस्तान जिंक़ द्वारा संचालित की जा रही परियोजनाओं सखी, समाधान परियोजना, ज़िंक कौशल एवं शिक्षा संबंल एवं माइक्रो एन्टरप्राइजेज के कार्या और गतिविधियों की जानकारी स्टॉल के माध्यम से दी गयी।
1500 से अधिक ‘सखियों‘ ने की भागीदारी
सुबह से आयोजित सखी उत्सव में मटकी फोड, चम्मच रेस, रस्सा कस्सी, कबड्डी और चम्मच रेस के खेल में गजब का संतुलन, फिर भजन किर्तन और राजस्थानी गानो पर नृत्य, महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता था। बढ़ते तापमान के बावजुद उत्साह में कोई कमी नही थी। कार्यक्रम का आयोजन सीएसआर कार्यक्रम के अन्तर्गत हुरडा के माली ग्राउण्ड परिसर में किया गया, जिसमें 1500 से अधिक ‘सखी‘ ग्रामीण महिलाओं, महिला कर्मचारियों एवं जिंक परिवार की सदस्यों ने बड चढ़कर परिवार, समाज और देश को सशक्त करने का प्रण लिया।
3500 से अधिक महिलाएं हो रही है लाभान्वित
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा 5 जिलों उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेंर, चित्तौडगढ़ एवं उत्तराखण्ड के पंतनगर में सखी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। रामपुरा आगुचा क्षेत्र में हिन्दुस्तान जिंक की 300 सखी समूहों से जुड़कर 3500 से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो रही है। कार्यक्रम का संयोजन हिन्दुस्तान जिंक सीएसआर विभाग एवं मंजरी फाउण्डेषन ने किया। आयोजन में जहां ग्रामीण महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले तथा जीतने वाली महिलाओं को पुरस्कार वितरीत किये गये।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल