
राजसमंद (Rajsamand) उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा (Dr. Bairwa) ने राजसमंद कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिक वर्षा के बीच प्रशासन हर समय अलर्ट मोड पर रहे और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 24 घंटे तैयार रहे। उन्होंने कहा कि रात में दो या तीन बजे भी सूचना मिले तो तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू हो, संवेदनशील और निचले गाँवों में विशेष सतर्कता बरती जाए तथा पिछले वर्षों के अनुभवों के आधार पर जोखिमग्रस्त क्षेत्रों की पहचान की जाए।
बैठक में भीम विधायक हरिसिंह रावत, जिला प्रमुख रतनी देवी, प्रधान अरविंद सिंह राठौड़, जिलाध्यक्ष जगदीश पालीवाल, समाजसेवी माधव जाट, कलेक्टर अरुण कुमार हसीजा, एसपी ममता गुप्ता, जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा सहित सभी अधिकारी मौजूद रहे।
डॉ. बैरवा ने किसानों के प्रति संवेदनशील रहते हुए फसल गिरदावरी जल्द पूर्ण करने, पशुपालन विभाग में दवाइयाँ और वैक्सीन पर्याप्त रखने तथा पंच गौरव योजना को प्रभावी बनाने पर जोर दिया। उद्यानिकी विभाग को जिले की विशेष उपज सीताफल को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत बड़े बाजार से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत, पेयजल, उद्योग और रीको क्षेत्र की समस्याओं पर भी विस्तृत समीक्षा की।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में इस वर्ष अब तक 768 मिमी वर्षा दर्ज हुई है, जो औसत से अधिक है। कुल 13.90 लाख खसरों में से अब तक 7.48 लाख (53.85%) की गिरदावरी पूर्ण हो चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में आमजन की समस्याओं के समाधान और योजनाओं का लाभ सीधे पहुँचाने के लिए गाँव चलो अभियान 18 सितम्बर–2 अक्टूबर) तथा शहर चलो अभियान 15 सितम्बर–2 अक्टूबर आयोजित होंगे, जिनमें शिविरों के माध्यम से मौके पर ही समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत