
राजसमंद (Rajsamand) जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा ने कलेक्ट्रेट सभागार में संपर्क पोर्टल, ग्रामीण सेवा शिविर एवं शहरी सेवा शिविर की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में सभी जिला स्तरीय अधिकारी कलेक्ट्रेट सभागार से तथा ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े।
कलक्टर ने पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का बिंदुवार अवलोकन करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक प्रकरण का निस्तारण निर्धारित समय सीमा में किया जाए। उन्होंने विभागवार औसत निस्तारण समय की समीक्षा करते हुए धीमी प्रगति वाले अधिकारियों को कार्यप्रणाली में तेजी लाने के निर्देश दिए। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्तर पर लंबित शिकायतों पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर लंबित मामलों की जानकारी संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से दी जाए, ताकि कोई भी शिकायत लंबित न रहे और आवेदकों को शीघ्र राहत मिल सके। मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों एवं सीपीग्राम पोर्टल की शिकायतों के त्वरित निस्तारण पर भी विशेष जोर दिया गया।
हसीजा ने बैठक में ग्रामीण सेवा शिविर एवं शहरी सेवा शिविर की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इन शिविरों की कार्यप्रणाली को और बेहतर किया जाए, कोई भी विभाग किसी भी हाल में राज्य औसत से कम न रहे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को यूडीआईडी कार्ड जारी करने में तेजी लाने तथा कन्यादान योजना एवं सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के सत्यापन कार्य को गति देने के निर्देश दिए गए। पालनहार योजना में किसी भी पात्र लाभार्थी को वंचित न रहने देने के निर्देश भी दिए गए।
महिला एवं बाल विकास विभाग को पोषण ट्रेकर की प्रगति बेहतर करने, राजस्व विभाग को आपसी सहमति से विभाजन के प्रकरणों में बढ़ोतरी करने तथा पत्थरगढ़ी और विभाजन प्रस्तावों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही रसद विभाग को सभी एनएफएसए परिवारों की ई-केवाईसी एवं राशन कार्डधारकों की एलपीजी आईडी मैपिंग कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
कलक्टर ने कहा कि शिविरों को हल्के में न लें और सभी उपखंड अधिकारी इनके प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करें। राज्य औसत से कम प्रगति वाले विभागों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में डीएफओ कस्तूरी प्रशांत सुले, सीईओ जिला परिषद बृजमोहन बैरवा, एडीएम नरेश बुनकर सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। सभी उपखंड अधिकारी, तहसीलदार एवं बीडीओ आदि ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। इस दौरान उप वन संरक्षक कस्तूरी प्रशांत सुले एवं सहायक वन संरक्षक किशन चौधरी ने वाइल्ड लाइफ वीक के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत