
Rajsamand : राजसमंद MLA दीप्ति किरण माहेश्वरी ने ब्राजील (Brazil) की राजधानी ब्रासीलिया में आयोजित जलवायु परिवर्तन पर द्वितीय संसदीय शिखर सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन पार्लियामेंट्री ऑब्जर्वेटरी ऑन क्लाइमेट चेंज एंड जस्ट ट्रांजिशन के तत्वावधान में आयोजित हुआ, जिसमें 15 से अधिक देशों के सांसदों और विधायकों ने भागीदारी की।
सम्मेलन में क्षेत्रीय जलवायु प्रशासन के साथ-साथ आगामी कॉप30 की तैयारियों पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया। वैश्विक जलवायु संकट से निपटने के लिए बहुपक्षीय सहयोग को “अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र” के रूप में सशक्त करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। प्रतिनिधियों ने इस बात पर सहमति जताई कि जलवायु संबंधी निर्णयों को आमजन तक सरल भाषा में पहुँचाना और औपचारिक वार्ताओं से आगे जाकर व्यवहारिक समाधान खोजना समय की मांग है।
विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने सम्मेलन में भारत द्वारा जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में की गई उल्लेखनीय प्रगति को साझा किया। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जलवायु परिवर्तन के खतरों का डटकर सामना करते हुए नवाचार, नवीकरणीय ऊर्जा और टिकाऊ विकास के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किया है।”
विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने यह भी कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए विधायी प्रयासों को सशक्त करना और जनमानस में जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस अवसर पर जलवायु न्याय और नैतिक दायित्व जैसे विषयों पर भी विचार रखे। पर्यावरण प्रबंधन के लिए न्यायसंगत व्यवस्था और नैतिक दायित्व का निर्वहनआज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
यह सम्मेलन न केवल एक साझा मंच बना, बल्कि वैश्विक प्रतिनिधियों को भविष्य की जलवायु रणनीतियों पर समवेत रूप से सोचने और कार्ययोजना तय करने का अवसर भी प्रदान किया।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत