
राजसमंद (Rajsamand) चारभुजा नाथ मंदिर में दीपावली के दूसरे दिन बुधवार को अंकूट महोत्सव धूम धाम के साथ मनाया गया।जहां भील समुदाय द्वारा अंकूट लूटा गया । यह चारभुजा नाथ में अनूठी प्रथम जो वर्षों पुरानी चली आ रही है जो आज भी विद्यमान है जहां चारभुजा नाथ निज मंदिर में भील समुदाय द्वारा वर्ष में एक बार दीपावली के दूसरे दिन अंकूट महोत्सव का आयोजन होता है उसे समय समस्त भील समुदाय के लोग निज मंदिर में भगवान के साथ मुक्त जाकर दर्शन करते हैं यह वर्षों पुरानी परंपरा चलती आ रही है वही दर्शनों प्रान्त भील समुदाय के लोग अन्न के ढेर को लूटते हैं। जहां बुधवार को शाय 4: बजे देवस्थान के सिपाहियों द्वारा मंदिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया वहीं दूसरी ओर पुजारिया द्वारा अन्न का ढेर लगाना शुरू किया जिसमें 35 से 40 क्विंटल चावल बनाकर डाला साथ ही चवला के अलावा नाना प्रकार की मिष्ठान उस अन्न के ढेर में डाले गए साथ ही कई भक्तों द्वारा अपने श्रद्धा अनुसार कचेड़ी से मंदिर तक लाइन में खड़े रहकर अपने हाथों से मिठाइयां डाली गई ।जहां लापसी,आगरा का पेठा ,जलेबी, मावा बर्फी ,बूंदी,शक्कर,बालूशाही, दाहित्री, पंचमेवा,सहित डाले गए ।अन्न का ढेर पूरा लगने के बाद सायं 5.10बजे गाय के बछड़े को अन्न के ढेर की परिक्रमा करवाई गई बाद भगवान के बाल स्वरूप को गर्भ ग्रह से रेवाड़ी वाले पुजारीयो द्वारा रेवाड़ी में बिठाकर बाहर लाकर अन्न के ढेर की परिक्रमा करवा कर भोग लगाया ।जहां तोप दागने के साथ ही मुख्य द्वार खोला जहां पहले से ही भील समुदाय के लोग पूर्ण तैयारी के साथ अन्न के ढेर लूटने का इंतजार में लंबे समय से खड़े थे जो देखते ही देखते अन्न का ढेर को लूट लिया । इन अंकूट महोत्सव को देखने को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम प्रारंभ हो गया। जहां पूरे दिन भर दर्शनार्थियों की रेलम पेल दर्शनों को लेकर लगी रही। वैसे बुधवार को एकम एवं पुजारी का ओसरा बदलने के कारण मंदिर के पट दिन में 12.30 खुले। जहां दर्शनों का ताता लगा रहा । वही अंकूट महोत्सव को लेकर मंदिर के चोवटिया ,भंडारी ,छड़ीदार सहित पुजारी एवं कस्बे वासियों द्वारा मंदिर की कछेड़ी में अंकूट महोत्सव के तहत बनने वाले सब्जियों के लिए कद्दू काटते नजर आए तो दूसरी और चावल पकाने का कार्य कंदोईयों द्वारा मालपुए नमकीन सहित कार्य करते नजर आए ।अन्नकूट महोत्सव को देखने भीलवाड़ा चित्तौड़ उदयपुर नाथद्वारा कांकरोली सहित मारवाड़ क्षेत्र के अलावा आसपास के गांव के सैकड़ो की तादाद में लोग पहुंचे जहां अंकूट महोत्सव का प्रसाद ग्रहण किया। साथ ही निकटवर्ती रोकड़िया हनुमान धाम मंदिर में भी अंकूट भील समुदाय द्वारा लूटा गया जो चारभुजा नाथ मंदिर में होने के बाद लुटा गया जहां रोकड़िया हनुमान मंदिर के महा मंडलेश्वर मोनी राम दास महाराज द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी अंकूट महोत्सव पर भोजन प्रशादी का आयोजन किया जहां पर सभी भक्तों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया साथ ही सेवंत्री रूप नारायण मंदिर में भी भील समुदाय द्वारा अंकूट लूटा गया।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
