राजसमंद (Rajsamand) उप मुख्यमंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने शनिवार को सूचना केंद्र परिसर में जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों के लिए ‘विकास रथों’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके पश्चात सूचना केंद्र में प्रेस ब्रीफिंग करते हुए राज्य सरकार की प्रदेश में जिला स्तरीय दो वर्षों की उपलब्धियों को साझा किया। इस दौरान कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, भीम विधायक हरीसिंह रावत, जिलाध्यक्ष जगदीश पालीवाल, जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा आदि मौजूद रहे। उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वे प्रदेश की समस्त जनता को, विशेष रूप से प्रदेश के युवाओं एवं नारी शक्ति को, प्रदेश मेंसरकार के सफल दो वर्ष पूर्ण होने पर हार्दिक बधाई देते हैं।केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तथा राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार प्रदेश को एक विकसित राज्य बनाने के संकल्प के साथ निरंतर कार्य कर रही है।सरकार ‘राष्ट्र प्रथम’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण को प्राथमिकता देती है। पार्टी का उद्देश्य प्रदेश और देश के प्रत्येक नागरिक के जीवन को सरल, सुरक्षित और समृद्ध बनाना है, इसी भावना के साथ ‘ईज ऑफ लिविंग’ को सशक्त करने हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि शक्ति, भक्ति, त्याग और तपस्या की इस पावन धारा पर आकर सदैव ही गौरवान्वित महसूस करते हैं। राजसमंद जिला जहां एक ओर ओर वैष्णव संप्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा जैसे तीर्थ को अपने हृदय में समाए हुए हैं, तो वहीं प्रभु श्री द्वारकाधीश जी और श्री चारभुजा जी जैसे प्रमुख तीर्थ प्रत्येक वर्ष लाखों लोगों को अपनी ओर खींच लाते हैं। महाराणा प्रताप के शौर्य से गूँजती हल्दीघाटी, दिवेर, छापली की वीर रक्त सिंचित धरा हमें याद दिलाती हैं कि मातृभूमि से बढ़ कर और कुछ भी नहीं।सरकार ने पिछले दो वर्षों में राजसमंद जिले के सर्वांगीण विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी है। चाहे शिक्षा, पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य, बिजली की बात करें या महिला सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, निर्धन कल्याण की, हर जगह सरकार ने अंतिम व्यक्ति को लाभान्वित करने का प्रयास किया है।जल ही जीवन है, इस ध्येय को ध्यान में रखते हुए 3,530 करोड़ रुपए की लागत से चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमंद और उदयपुर जिले में जाखम बांध आधारित वृहद पेयजल परियोजना के कार्य करवाने हेतु डीपीआर तैयार की गई है और इसपर त्वरित गति से कार्य जारी है। परियोजना पूर्ण होने से रेलमगरा, राजसमंद, आमेट व कुम्भलगढ़ के 302 गांवों को सीधा लाभ मिलने जा रहा है। जल जीवन मिशन के तहत लागत 1,092 करोड़ रुपए की लागत से भीम-देवगढ़ चम्बल परियोजना का कार्य जारी है जिससे भीम व देवगढ़ पंचायत समितियों के सभी 275 गांव लाभान्वित होने जा रहे हैं।150 करोड़ रुपए की लागत से राजसमंद बांध में जल की आवक बढ़ाने हेतु खारी फीडर की प्रवाह क्षमता बढ़ाने के लिए जीर्णोद्धार तथा आवश्यक मरम्मत कार्यों हेतु कार्यादेश जारी हुआ है।60 करोड़ रुपए की लागत से कुम्भलगढ़ क्षेत्र के गांवों के लिए बेडच नाका परियोजना का कार्य करवाने हेतु स्वीकृति जारी की गई है। प्रधानमंत्री का संकल्प है कि हर ग्रामीण घर में नल से जल पहुंचे, इसलिए जल जीवन मिशन के तहत 1 जनवरी 2024 से अब तक जिले में 12,733 घरों को प्रगतिरत योजनाओं के माध्यम से नए जल संबंध जारी किए गए। ये वे घर हैं जहां महिलाओं को पहले पानी लाने के लिए दूर तक जाना पड़ता था। लेकिन मुझे गर्व है कि अब इन 12,733 घरों की हमारी मातृशक्ति को घर में ही नल से जल मिलेगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी।अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत 22 करोड़ रुपए की लागत से नगरीय निकाय राजसमंद में पेयजल व्यवस्था में सुधार कार्य के लिए कांकरोली शहरी जल योजना का कार्यादेश जारी हुआ है। इसके तहत साधना शिखर पर 6 एमएलडी फ़िल्टर प्लांट, 111 किमी वितरण पाईपलाइन आदि कार्य शामिल हैं।5 करोड़ रुपए की लागत से आगरिया फीडर का पुनरूद्धार कार्य प्रगतिरत है।उद्योगों का विकास हमारी प्राथमिकता में है-राइजिंग राजस्थान के तहत इन्वेस्टर मीट में लगभग 5 हजार 538 करोड़ रुपए से अधिक निवेश के एमओयू 106 इकाइयों की ओर से किए गए हैं जो निरंतर धरातल पर उतर रहे हैं, इससे बड़ी संख्या में रोजगार सृजन सुनिश्चित हो रहा है।जिले में सड़कों के जाल को बेहतर करने की दिशा में भी गंभीरता से कार्य हो रहा है।20 करोड़ रुपये की लागत से देवगढ़ से भीलवाड़ा सड़क चौड़ाईकरण (20 किमी.) का कार्य प्रगतिरत है।17.25 करोड़ रुपये की लागत से आजनेश्वर महादेव मंदिर से जगदीश तक सड़क चौड़ाईकरण (11.50 किमी.) भीम का कार्य प्रगतिरत है।10.50 करोड़ रुपये की लागत से मावली-घोड़ा घाटी सड़क के चौड़ाईकरण (7 किमी.) नाथद्वारा का कार्य प्रगतिरत है।8 करोड़ रुपये की लागत से उथरड़ा से मंडियाना सड़क का चौड़ाईकरण (6.5 किमी.) का कार्य प्रगतिरत है।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
