सीएलजी इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार काे सांस्कृतिक वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन धूमधाम से किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि व संस्थापक डॉ. सी एल गहलोत ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
डॉ. सी एल गहलोत ने बच्चों के लिए सन्देश कहा हमें बच्चों पर बिना दबाव बनाए उनका चहुंमुखी विकास करना हैं। बच्चे जो करना चाहते हैं उन्हें वह स्वयं करके सीखने दें। बच्चों में स्पर्धा की भावना पैदा करने से उनका बेसिक मानसिक विकास रूक जाता है।
बच्चों को मोबाइल से दूर रखने को कहा गया। वार्षिकोत्सव में छात्र-छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में हर एक भारतीय राज्य की प्रस्तुति स्थानीय विद्यालय के बच्चों ने विभिन्न वेशभूषा में प्रस्तुत की। बच्चों ने बहुत ही बेहतरीन ढंग से मंच का संचालन किया।
विभिन्नता में एकता का संदेश
इस कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी प्रस्तुति से चार चांद लगा दिया तथा अन्य बच्चों ने नाटक, संगीत, डॉस (नृत्य) और हास्य नाटक आदि से दर्शकों व अभिभावकों का मन-मोह लिया।
भारतीय संस्कृति का परिचय देते हुए विभिन्न राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, कश्मीर आदि राज्य नृत्य की प्रस्तुति देकर विभिन्नता में एकता का सन्देश दिया गया।
इतनी विषमता होने के बाद भी भारत अखण्ड एक लोकतांत्रिक देश है। कार्यक्रम के अन्त में प्रधानाचार्य व डॉ. गहलोत ने सभी अभिभावकों का आभार प्रकट किया और समापन की घोषणा की।