
राजसमंद (Rajasamand) चारभुजा के निकटवर्ती रिछेड़ मंडल का -आमेट, खण्ड-चारभुजा स्थान बस स्टैंड के पास रमत पर विजयादशमी उत्सव युगाब्द 5127 का रविवार को सायं 7.30 बजे समस्त राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओ के सानिध्य में अपने हिन्दु समाज में पोषण तथा शक्ति का जागरण विजयादशमी के पावन पर्व पर हुआ जहां संघ द्वारा शस्त्रों का पूजन किया गया। जहां राष्ट्रीय स्वंसेवक संघ का कार्य प्रारम्भ होकर 100 वर्ष पूर्ण होने के पर बौद्धिक करता प्रांत धर्म जागरण स सहयोजक प्रेम भाई द्वारा बौद्धिक दिया गया। जिसमें पंच परिवर्तन के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जिसमें समरसता इसका मतलब सामंजस्य, समानता, सद्भाव या एकता है। कुटुंब प्रबोधन इसमें किसी को जागरूक या प्रबुद्ध बनाना, नागरिक कर्तव्य वो ज़िम्मेदारियाँ और दायित्व हैं जो एक नागरिक को अपने देश, समाज और सरकार के प्रति निभाने होते हैं , पर्यावरण पर्यावरण प्राकृतिक और मानव निर्मित वह समस्त परिवेश, घटक और परिस्थितियाँ हैं जो पृथ्वी पर जीवन को प्रभावित करते हैं, जिसमें सजीव (पेड़-पौधे, जीव-जंतु) और निर्जीव (हवा, पानी, मिट्टी) तत्व शामिल एवं अंतिम स्व यानी स्वयं,” “आत्मा,” “अपना,” “निज का,” या “व्यक्तिगत” होता है। यह किसी व्यक्ति की आंतरिक पहचान, उसकी चेतना, विचारों और भावनाओं के केंद्र, तथा उसके संपूर्ण व्यक्तित्व को दर्शाता है। ये यह पांच प्रकार के परिवर्तन पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। जहां रिछेड़ क्षेत्र के संघ के हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
