
राजसमंद (Rajasamand) नियमित टीकाकरण के तहत गांव स्तर से तैयार माईक्रोप्लान को लेकर सभी सैक्टर के चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों के साथ समीक्षा की गई जिसमें टीकाकरण सत्र, वैक्सीन की संख्या, वैक्सीनेटर्स की संख्या एवं प्रभावी टीकाकरण को लेकर विस्तार से चर्चा की गई तथा माईक्रोप्लान में फिल्ड से रही कमीयों को लेकर विस्तार से जानकारी देकर संशोधित माईक्रोप्लान तैयार कर भिजवाने के लिये निर्देशित किया गया। सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने बताया कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लियें संचालित कार्यक्रमो के तहत नियमित टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सूचकांक है, इसलिये टीकाकरण कार्यक्रम की गुणवत्ता तथा प्रभावी संचालन के लिये चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को सक्रीयता के साथ माईक्रोप्लान को तैयार करने के साथ ही क्रियान्वयन में सहभागिता सुनिश्चित करनी है। उन्होंने जिला स्तर से विभिन्न कार्यक्रमो के लिये जारी दिशा निर्देशो को गम्भीरता के साथ पालना करने तथा स्वास्थ्य कार्मिको एवं आशा सहयोगिनीयों से सतत संवाद कर नियमित समीक्षा करने के लिये निर्देशित किया। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने टीकाकरण के महत्व, प्रभावी टीकाकरण कार्ययोजना, टीकाकरण सत्र आयोजन हेतु योजना, टीकाकरण की दृष्टी से उच्च जोखिम वाले क्षेत्रो चिन्हीकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयो पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमो की भी समीक्षा की तथा प्रसव पूर्व जांच के लिये रजिस्टर्ड गर्भवती महिलाओं की शत प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण प्रसव जांच तथा संस्थागत प्रसव सुनिश्चत करने के लिये निर्देशित किया। कार्यशाला में सैक्टरवार माईक्रोप्लान की समीक्षा की गई तथा प्रभावी टीकाकरण के लिये प्रभावी माईक्रोप्लान पर विस्तार से चर्चा की गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ स्वाति मित्तल, डब्लूएचओ कॉर्डिनेटर डॉ अमित ने पीपीटी के माध्यम से माईक्रोप्लान की वस्तुस्थिती को दर्शाया। बैठक में सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानो के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
