भीलवाड़ा (Bhilwara) हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की रामपुरा आगुचा खदान में पहली क्षेत्रीय खदान बचाव प्रतियोगिता की आम सभा आयोजित की गई। महानिदेशक, उत्तर पश्चिमी अंचल जिला उदयपुर के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस प्रतिष्ठित खदान बचाव एवं सुरक्षा कार्यक्रम में मेसर्स हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड और मेसर्स हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड की भूमिगत खदानों से कुल 10 खदान बचाव दल भाग लेंगे। रामपुरा अगुचा माइन परिसर में रामपुरा अगुचा खदान की भूमिगत खदान में क्षेत्रीय खदान बचाव प्रतियोगिता 2025 की तैयारियों की शुरुआत के लिए पहली आम सभा आयोजित की गई। बैठक में निदेशक, खान सुरक्षा खनन महानिदेशक, उदयपुर क्षेत्र विनोद रजक, निदेशक, खान सुरक्षा खनन, अजमेर क्षेत्र 2 के.रविंदर, खान सुरक्षा निदेशक खनन अजमेर क्षेत्र 1डॉ.आई सत्यनारायण, खान सुरक्षा निदेशक खनन एनडब्ल्यूजेड उदयपुर टॉम मैथ्यूज, खान सुरक्षा उप निदेशक खनन उदयपुर क्षेत्र विशाल गोयल, खान सुरक्षा उप निदेशक खनन, अजमेर क्षेत्र 1 दिनेश कुमार मीणा, हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड से पीडी बोहरा, हिन्दुस्तान जिं़क रामपुरा आगुचा माइन आईबीयू सीईओ राम मुरारी, कायड माइन एसीबयू हेड निर्मलेंदु कुमार, माइन मैनेजर सिंदेसर खुर्द सचिन देशमुख रामपुरा आगुचा माइन मैनेजर वेकेश चित्तौड़ा एवं जावर माइंस माइन मैनेजर राधा रमन उपस्थित थे। इस अवसर पर विनोद रजक ने कहा कि बचाव प्रतियोगिता सुनिश्चित करती है कि हमारी टीमें अप्रत्याशित घटनाओं के लिए पूरी तरह तैयार रहें और आपात स्थिति में बचाव दल हर समय लोगों की जान बचाने के लिए तैयार रहे। के.रविंदर ने कहा कि इस तरह के आयोजन दबाव में प्रतिक्रिया समय और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाते हैं। डॉ.आई. सत्यनारायण ने संबोधित करते हुए बताया कि बचाव कार्यों में सटीकता की आवश्यकता होती है, नियमित प्रतियोगिताएँ तकनीकी उत्कृष्टता सुनिश्चित करती हैं। इस आयोजन के दौरान, टीमें भूमिगत बचाव, रेस्क्यू रिले, प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन संकट प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं और चुनौतीपूर्ण खदान बचाव परिदृश्यों से निपटने में अपने कौशल, अनुशासन और टीम वर्क का प्रदर्शन करेंगी। कार्यक्रम में डीडीएमएस, अजमेर क्षेत्र 1 आर. मीणा, खान प्रबंधक, रामपुरा अगुचा खदान बसंत किशोर महंत ने भी संबोधित किया। आगामी प्रतियोगिता के बारे में डीजीएमएस और हिन्दुस्तान जिंक के अधिकारियों ने अपने बहुमूल्य सुझाव साझा किए। सभी ने माइन संचालन में अंतिम लक्ष्य शून्य क्षति हेतु अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल