भीलवाड़ा। महिला सशक्तीकरण और स्वावलंबन, राष्ट्र निर्माण का आधार हैं। ‘‘भारत को एक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए महिलाओं की अधिकतम भागीदारी आवश्यक है। हमें एक ऐसा वातावरण बनाना है जिसमें महिलाएं स्वतंत्र और निडर महसूस करें और अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सकें।
यह बात लघु उद्योग भारती महिला इकाई अध्यक्ष एवं उद्यमी पल्लवी लढा ने कंचन देवी कॉलेज में आयोजित एक कदम उद्यमिता की ओर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। इससे पुर्व लघु उद्योग भारती महिला इकाई द्वारा एक कदम उद्यमिता की ओर कार्यक्रम कंचन देवी कॉलेज में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में निदेशक नवीन भदादा द्वारा महिला सदस्यों का स्वागत किया गया। महिला इकाई अध्यक्ष लढा कहा की स्वावलंबन नारी सशक्तीकरण की पहली सीढ़ी है, स्वावलंबी होने से महिलाओं का स्वाभिमान और आत्मसम्मान बढ़ता है। इस दौरान लढा ने स्टार्टअप पर सरकार की योजनाओं, इंटरनेट के माध्यम से प्रोडक्ट डेवलपमेंट एवं ऑनलाइन सेलिंग के बारे में विस्तार से बताया।
चित्तौड़ प्रांत कार्यकारिणी सदस्य चंदा मूंदड़ा ने लघु उद्योग भारती की स्थापना उद्देश्य एवं उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ कौशल का भी महत्व है। वर्तमान में महिलाओं को सिर्फ रोजगार के भरोसे नहीं रहना है वरन स्वयं के अंदर उद्यमिता विकसित करनी चाहिए।
कंचन देवी बीएड कॉलेज प्रिंसिपल मीनाक्षी ने कहा कि शिक्षा व्यक्तित्व निर्माण में सहयोग करती है। कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती से विमल मुणोत, शशि काबरा, रेखा ईनाणी, संगीता काकानी, रीना डाड व गुड्डी काबरा उपस्थित थीं।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल