
राजसमन्द (Rajsamand) विश्व की कोई भी शक्ति अब भारत देश को आत्मनिर्भर बनने से नही रोक सकती इसके लिए देश की जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ है और हम आने वाले समय मे आत्मनिर्भर बनने के साथ ही 2047 तक विकसित भारत बनने जा रहे है और आत्मनिर्भर भारत की झलक अभी ऑपरेशन सिन्दूर में पूरे विश्व ने देखी है कि कैसे भारत मे निर्मित स्वदेशी हथियारों के साथ भारत की जीत दर्ज हुई यही आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में कदम है जो हम सभी ने देखा है। जिला मीडिया संयोजक अरविंद सिंह भाटी ने बताया कि यह बात भाजपा महिला मोर्चा पूर्व अध्यक्ष व मुख्य वक्ता अलका मुंदड़ा ने कुंभलगढ़ विधानसभा में विधायक कार्यालय पर आयोजित आत्मनिर्भर भारत संकल्प सम्मेलन में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से कही। इसके साथ ही स्वदेशी अपनाने हेतु मुख्य वक्ता अलका मुंदड़ा ने संकल्प दिलाते हुए 1100 संकल्प पत्र भरवाए जो स्वदेशी वस्तुओं का ही उपयोग करेंगे ।इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला अध्यक्ष जगदीश पालीवाल ,ने कहा कि देश को अब आत्मनिर्भर बनाने से विश्व की कोई ताकत नही रोक सकती अब भारत देश आत्मनिर्भर भारत बनने की पथ पर आगे बढ़ चुका है। और जल्द ही अपनी मंज़िल पर पहुंच जाएगा और इसमें देश के सभी नागरिकों की सहभागिता होगी और इस सहभागिता में राजसमन्द जिले के साथ ही कुंभलगढ़ विधानसभा के प्रत्येक नागरिक का सहयोग भी होगा तभी हम अपनी मंजिल पर पहुंचेंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश मे निर्मित वस्तुओं का उपयोग सभी को करना चाहिए तथा जो वस्तुएं हम आयात करते है उनकी जगह पर हमें कोई नया विकल्प निकालते हुए आयातित वस्तुओं पर निर्भरता को कम करना चाहिए इसके लिए सर्वप्रथम हम सभी को अपने घर से शुरुआत करनी चाहिए । कार्यक्रम का संचालन रमन कंसारा ने किया था इस अवसर पर जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, जिला उपाध्यक्ष माधव लाल चौधरी ,नरेंद्र बागड़ी ,सविता सनाढ्य, बब्बर सिंह चदाणा, सुनील गांधी, जिला महामंत्री महेंद्र सिंह चौहान ,रमन कंसारा, कोषाध्यक्ष मनोज पारीक, जिला मंत्री संदीप श्रीमाली खुशकमल कुमावत, जिला प्रवक्ता मुरारी आशिया ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष जवाहर लाल जाट ,मंडल अध्यक्ष राधेश्याम खटीक ,गंगा सिंह चूंडावत, सोहन गुर्जर ,नर सिंह ,रणजीत सिंह, आशीष पालीवाल ,सहितभाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
