
राजसमंद (Rajsamand) जिले की जीवन रेखा कहे जाने वाले मार्बल उद्योग पर राज्य सरकार द्वारा 25 प्रतिशत रॉयल्टी बढ़ोतरी के विरोध में मंगलवार को हजारों मार्बल व्यापारी और मजदूर सड़क पर उतर आए। केलवा चौपाटी से वाहन रैली के रूप में निकली भीड़ पुरानी कलेक्ट्री होते हुए जिला कलेक्ट्री पहुंची, जहां करीब 3से अधिक हजार लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रॉयल्टी वृद्धि वापस लेने की मांग उठाई।
मार्बल व्यापारियों और मजदूरों के महाघेराव को देखते हुए जिला कलेक्ट्री परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। एडिशनल एसपी महेंद्र पारीक डिप्टी विवेक सिंह राव, कांकरोली थाना अधिकारी हंसराम सीरवी और राजनगर थाना अधिकारी सवाई सिंह सहित भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा।
मार्बल एसोसिएशन से जुड़े गौरव सिंह ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने दो दिन में रॉयल्टी बढ़ोतरी वापस नहीं ली तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा— “आज सरकार को सिर्फ ट्रेलर दिखाया है, पिक्चर अभी बाकी है।” इसी क्रम में तनसुख बोहरा ने कहा कि मजदूर और व्यापारी दोनों वर्ग इस फैसले से परेशान हैं, इसलिए सरकार को शीघ्र समाधान करना होगा। वहीं प्रदीप काबरा ने कहा कि पहले से घाटे में चल रहे मार्बल व्यवसाय को रॉयल्टी बढ़ोतरी ने और कठिनाई में डाल दिया है।
व्यापारियों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर सरकार को चेतावनी दी है।
व्यापारियों का कहना है कि पहले जहां प्रतिदिन ₹320 रॉयल्टी और , वहीं अब सरकार ने90 प्रति टन की दर से रॉयल्टी बढ़ाकर व्यापारियों के साथ अन्याय किया है। उनका कहना है कि इस उद्योग से जुड़े करीब 50 हजार लोगों की रोजी-रोटी दांव पर लगी है,