जैसलमर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल बुनकर ने बताया कि जैसलमेर शहरी क्षेत्र में 26 से 31 अगस्त तक विशेष अभियान का संचालन कर मलेरिया रोधी गतिविधियों का आयोजन किया गया था, जिसके तहत समस्त टीमो के सदस्यों को मलेरिया रोधी सामग्री के साथ-साथ एमएलओ भी उपलब्ध कराया गया था।
डॉ बुनकर ने बताया कि समस्त टीमो द्वारा आवंटित शहरी क्षेत्र में सर्वे कार्य के उपरांत समस्त सामग्री पुनः जमा करवाई जाती थी तथा अगले दिवस पर समस्त सामग्री पुनः प्राप्त कर मलेरिया रोधी गतिविधियों की जाती थी, लेकिन श्रीमती मंजू भाटी आशा के द्वारा एम एल ओ अपने घर पर ही रख दिया गया था तथा रविवार के दिन पड़ोस में रहने वाली महिला द्वारा मांगे जाने पर एम एल ओ की बोतल खोलते समय दुर्घटना घटित हुई है।
मंजू भाटी आशा के पद पर गत 1 जनवरी 2016 से कार्यरत है तथा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी इनके द्वारा शहरी क्षेत्र में मलेरिया रोधी गतिविधियां संपादित की गई है तथा समस्त टीमों को आवश्यक बरती जाने वाली सावधानियां से अवगत कराया गया था। डॉ बुनकर ने बताया कि मंजू भाटी को जैसलमेर के जिला चिकित्सालय में उपचार प्रदान किया गया तथा उनके परिजनों द्वारा उनको जोधपुर में उपचार करवाने की मांग की गई। 1 सितंबर, 2024 को ही उन्हें 108 एंबुलेंस के माध्यम से जोधपुर उपचार हेतु रेफर किया गया है।
डॉ बुनकर ने बताया कि मंजू भाटी के पिता मोहनसिंह भाटी से सोमवार (1 सितंबर, 2024) को दूरभाष पर वार्ता करने पर ज्ञात हुआ कि मंजू का जोधपुर में उपचार प्रदान किया जा रहा है और वर्तमान में उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। डॉ बुनकर ने बताया कि घटित घटना में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किसी प्रकार की कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई है।