राजस्थान के पिण्डवाड़ा में माधव विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र मे लगातार नये कीर्तिमान हासिल कर रहा है। बता दे प्रत्येक व्यक्ति साक्षर हो, इसी कल्पना को साकार करने के लिए माधव विश्वविद्यालय अब दिव्यांग बच्चों को भी शिक्षा दिलाने के लिये प्रयासरत है। वही विश्वविद्यालय की ओर से दिव्यांगजनों के लिये माधव विशेष विद्यालय व पुर्नवास केन्द्र शुरू किया गया है। जिससे इस विद्यालय में स्कुली शिक्षा के साथ यहां दिव्यांग छात्र छात्राओं को निःशुल्क व्यवसायिक शिक्षा भी दी जा रही है।
विद्यालय की स्थापना 1 वर्ष पहले हुई थी
आपको बता दे इस विद्यालय की स्थापना पिछले वर्ष 1 अगस्त 2023 को हुई थी। इस विद्यालय में वर्तमान में 70 छात्र छात्रायें अध्ययनरत है। यहां अध्यनरत बच्चों को निःशुल्क शिक्षा के साथ-साथ इनके घर से विद्यालय तक आवागमन की सुविधा भी विश्वविद्यालय की ओर से निःशुल्क प्रदान की जा रही है। विश्वविद्यालय की ओर से इन बच्चों के लिये दक्ष 6 अध्यापक नियुक्त किये गये है, जो कि इन बच्चों को स्कुली शिक्षा के साथ-साथ व्यवसायिक शिक्षा व दैनिक जीवनचर्या की जानकारी उपलब्ध करवा रहे है। समय समय पर इन बच्चों की यहां विशेषज्ञ चिकित्सों की ओर से विद्यालय परिसर में शारीरिक जांच भी की जाती हैै।
छात्र छात्राओं को स्कुली शिक्षा के साथ-साथ व्यवयायिक शिक्षा भी की जा रही प्रदान
माधव विशेष विद्यालय व पुर्नवास केन्द्र के प्रधानाचार्य राजसिंह शेरावत ने बताया कि वर्तमान में उनके इस विद्यालय में 70 छात्र छात्राओं को स्कुली शिक्षा के साथ साथ व्यवयायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। भविष्य में इन बच्चों के लिए यहां छात्रावास की सुविधा भी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। विद्यालय के अध्यापक पवन कुमार ने बताया कि दिव्यांग बच्चों को सिखाना स्वंय में एक चुनौती है, यहां श्रवण बाधित व मुकबधिर बच्चों को ईशारों व सांकेतिक तरीके से समझाते व पढाते है।
अध्यापक निर्भान सिंह ने बताया कि इस विद्यालय में इन बच्चों के व्यवहार पर ध्यान दिया जाता है, जिससे इन बच्चों को भविष्य में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। साथ ही इन सभी बच्चों को यहां पर आपस में एक दूसरे को सहयोग करने की भावना भी सिखाई जाती हैं।
रिपोर्ट: विक्रम राजपुरोहित