जसवंतपुरा। जालौर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जसवंतपुरा डिस्कॉम के कनिष्ठ अभियंता (जेईएन) अंकित तिवारी को 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी जेईएन ने विद्युत कनेक्शन का लोड बढ़ाने के लिए परिवादी से रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने मामले की सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के बाद ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया।
एसीबी को मिली शिकायत, सत्यापन के बाद ट्रैप
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मांगीलाल राठौड़ ने बताया कि मुख्यालय के निर्देशानुसार जसवंतपुरा डिस्कॉम में तैनात कनिष्ठ अभियंता अंकित तिवारी के खिलाफ शिकायत मिली थी। परिवादी ने बताया कि उसने अपने कॉम्प्लेक्स में लगे 1 केवी सिंगल फेस कनेक्शन को 15 केवी थ्री फेस में बदलवाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन जेईएन ने इसके बदले 7 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए एसीबी ने मामले का सत्यापन किया। जब यह स्पष्ट हो गया कि आरोपी रिश्वत की मांग कर रहा है, तब जोधपुर रेंज के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरेंद्र महावर के सुपरविजन में एएसपी मांगीलाल राठौड़ के नेतृत्व में ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
डिस्कॉम कार्यालय में रंगे हाथों दबोचा
एसीबी टीम ने जसवंतपुरा के रामसीन रोड स्थित डिस्कॉम कार्यालय में योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप लगाया। जैसे ही आरोपी जेईएन परिवादी से 7 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था, टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी ने तुरंत आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया।
पूछताछ जारी, हो सकते हैं और खुलासे
गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने आरोपी कनिष्ठ अभियंता से पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारियों को संदेह है कि यह रिश्वतखोरी का अकेला मामला नहीं हो सकता और अन्य भ्रष्टाचार के मामलों की भी जांच की जा रही है। एसीबी अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी उनसे किसी भी प्रकार की रिश्वत की मांग करता है, तो तुरंत एसीबी को इसकी सूचना दें। भ्रष्टाचार के खिलाफ यह मुहिम जारी रहेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट – महेन्द्र प्रजापत