
जैसलमेर (Jaisalmer) चवदह वर्ष पूर्व सभापति अशोक तंवर द्वारा तत्कालीन जिला कलेक्टर गिरिराजसिँह कुशवाह के निर्देशानुसार सर्व सहमति से निर्णय ले कर दुर्ग के खिड़की पाड़ा के पाँच परिवारों को सांवल कालोनी में भूखंड दे कर पांचो घर खाली करवाये थे और वेकल्पिक मार्ग शुरू करवाया था। परन्तु वेकल्पिक मार्ग इन दिनों नही खुलवाया जाने से पर्यटकों को परेशानी हो रही है। वर्ष 2011 में नगरपरिषद बोर्ड ने प्रशासन की सहमति से सूरज प्रोल से सटे वैकल्पिक मार्ग के रास्ते में आ रहे। खिड़की पाड़ा के पाँच परिवारों का पुनर्वास करवाकर उन्हें सांवल आवासीय कॉलोनी में भूखण्ड आवंटित किये थे। वे लोग वहां शिफ्ट भी हो गये हैं। लेकिन कुछ वर्ष बाद सूरज प्रोल का गेट फिर बंद कर दिया गया है। जबकि इस गेट से सैकड़ों लोग आसानी से दुर्ग के ऊपर तक सुगमता से पहुंच सकते हैं। पर्यटन सीजन से पहले ट्रैफिक पुलिस की योजना में इस गेट को खुलवाकर भीड़ को शिफ्ट करने की योजना थी परंतु पर्यटकों के सैलाब के बीच यह गेट नहीं खुलने से सोनार दुर्ग में दिनभर अफरा-तफरी का माहौल है। सोनार दुर्ग में पर्यटकों का सैलाब उमड़ रहा है। विगत चार दिनों में हजारों देशी-विदेशी सैलानी सोनार दुर्ग पहुंचे हैं। आवासीय दुर्ग में चार हजार से अधिक की आबादी निवास करती है। परंतु भारी भीड़ की आशंका के बावजूद सोनार दुर्ग की सूरज प्रोल के बीच में बने वैकल्पिक मार्ग को इस बार नहीं खोला गया। इस वजह से पिछले तीन दिनों से सुबह 11 बजे से 1 बजे के बीच हजारों लोग जाम में फंस कर रह गए।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा
