राजस्थान के जयपुर के आदर्श नगर इलाके में स्थित बाल सुधार गृह से 22 बच्चे फरार हो गए हैं, जिनमें से आठ रेप और 13 मर्डर के आरोपी हैं।
एक साथ इतने बच्चों के फरार होने पर जयपुर पुलिस और प्रशासन अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलने पर ट्रांसपोर्ट नगर थानाधिकारी जुल्फिकार अली खान ने शहरभर में नाकाबंदी करा दी है। उनकी तलाश में छापेमारी चल रही है।
प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की लापरवाही
एडिशनल डीसीपी ईस्ट सुमन चौधरी सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और बाल सुधार गृह के अधिकारियों से भागने वाले बच्चों के बारे में जानकारी ली। बाल सुधार गृह के अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि हम लोगों को जैसे ही बच्चों के फरार होने की सूचना मिली, वैसे ही हम लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
बच्चे जंगला तोड़कर दीवार कूदकर फरार हुए हैं। निजी गार्ड की तरफ से लापरवाही बरती गई है। फिलहाल पुलिस को शिकायत दे दी है, जो बच्चों की तलाश में जुटी है।
विशेष जांच दल गठित
बाल सुधार गृह से बच्चों के फरार होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीसीपी ईस्ट सुमन चौधरी ने एक जांच टीम गठित की है। इस टीम ने अपना काम भी शुरू कर दिया है। जांच टीम और पुलिस बाल सुधार गृह और आस-पास के इलाके में लगे सीसीटीवी खंगाल रही है।
बाल सुधार गृह के अधीक्षक मनोज कुमार के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। सवेरे करीब छह बजे केयर टेकर ने जंगला और दीवार टूटी देखी तो सुधार गृह के संचालक को बताया। जो दीवार तोड़ी गई है, वह मेंटल अस्पताल की तरफ खुलती है। मामले में प्राइवेट गार्ड का हाथ होने का शक है, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है।