जैसलमेर (Jaisalmer) जिले मे उर्वरक वितरण एवं प्रबंधन की व्यवस्था के लिए डॉ. जे.आर. भाखर संयुक्त निदेशक कृषि एवं कृषि अधिकारी सुरेन्द्रकुमार द्वारा कृषि आदान विक्रेताओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कृषि आदान विक्रेता फर्मों एवं गोदामों में पहुंच कर सघन जांच की गई। निरीक्षण के दौरान कृषि आदानों की उपलब्धता एवं वितरण की व्यवस्था संतोषजनक पाई गया। अभी रबी फसलों की शेष बुवाई के लिए आवश्यक आदान जैसे बीज, उर्वरक (DAP,SSP,NPK, TSP and UREA etc.) एवं कीटनाशी पर्याप्त मात्रा में बाजार में उपलब्ध है। साथ ही फसलों में संतुलित पोषण के लिए डीएपी के बजाय एनपीके (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश) ग्रेडस उर्वरक अधिक उपयुक्त है। इसलिए एसएसपी एक फॉस्फोरस युक्त उर्वरक है, जिसमें 16 प्रतिशत फॉस्फोरस एवं 11 प्रतिशत सल्फर की मात्रा पायी जाती है, एवं इसमें उपलब्ध सल्फर के कारण यह उर्वरक तिलहनी एवं दलहनी फसलों के लिए डीएपी उर्वरक की अपेक्षा अधिक लाभदायक होता है।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा
