
सांसद राम लाल द्वारा लोकसभा में राणा सांगा के खिलाफ की गई अशोभनीय टिप्पणी से उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस अभियान में आमजन के बाद साधु संत भी सड़कों पर उतर आए हैं। राजसमंद के आमेट में मंगलवार को आसपास के आश्रमों से पहुंचे साधु संतों ने राणा सांगा पर की गई टिप्पणी का जमकर विरोध जताया।
उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को यह हक नहीं दिया जा सकता कि वे मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास को चुनौती देकर वीर पुरुषों के खिलाफ अनर्गल बातें करें। संत समाज इसका घोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में ले ताकि कोई भी नेता खुद की छवि को चमकाने के लिए किसी के मान सम्मान को लेकर गलत बातें नहीं कह सके।
इस मौके पर स्थानीय हिंदू संगठन के पदाधिकारी ने भी साधु संतों का स्वागत किया और उन्हें पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। इसके बाद साधु संतों के दल ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की।
रिपोर्ट: नरेंद्र सिंह खंगारोत