राजस्थान में जसवंतपुरा (Jaswantpura) कस्बे के समीप चेकला गांव के प्राचीन देवेश्वर महादेव (दशावतार) मंदिर में महाशिवरात्री महोत्सव पर बुधवार रात्रि में देवेश्वर युवा संगठन चेकला, गोलाणा व जाविया के संयुक्त तत्वावधान में एक शाम देवेश्वर महादेव के नाम विशाल भजन संध्या आयोजित की गई। भजन संध्या में मारवाड़ के सुप्रसिद्ध गायक कलाकार ओम प्रकाश प्रजापत (जसोल), कविता गहलोत (शिवगंज) व छैल बिहार परिहार (जालौर) ने भजनों का आगाज गणपति वंदना से किया।
इसके बाद छैल बिहार परिहार ने गुरु बिन घोर अंधेरा रे संतो, सुमता ने कुमता को, मैं थाने सिमरू गजानंद देवा इसके बाद ओम प्रकाश प्रजापत ने आज मारे भोले बाबे भोग घणी पिदी रे, काना ककरिया मत मार मटकी फुट जावे ली अरे जिओ रे शंकर परनी जे थारे पगे में घुंघराली माल भैरूजी लटियाला, कविता गहलोत ने खिड़की खोले ने बाहरी काड़ जे बंजारा, कैलाशो सो माय रे वनवासों सो रे माय, राणा ढोल बजावे, सहित एक बढ़कर एक उम्दा भजनों की प्रस्तुतियां देकर ऐसा समां बांधा की श्रोता भजनों की लय तल पर भोर तक झूमते रहे। वहीं नृत्य कलाकार सरुप जोशी व कैलाश मोदी ने माताजी, गोगाजी महाराज सहित अन्य झाकियों की शानदार प्रस्तुतियां दी। महोत्सव को लेकर मंदिर में शाम को 108 दीपों से महाआरती की गई। इस दौरान महाप्रसादी का भोग लगाया गया। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन नरेश भाई माली वाडी ने किया गया।
चढ़ावों के लाभार्थियों हुआ बहुमान कार्यक्रम में महाआरती के लाभार्थी ठा. महेन्द्रपाल सिंह चेकला, महाप्रसादी के लाभार्थी आशापुरा युवा संगठन समस्त (रातडा) चौधरी परिवार गोलाणा, फुलहार व मंदिर श्रृंगार के लाभार्थी भगवान सिंह चेकला, रामसिंह धरूपडा व बगाराम देवासी जसवंतपुरा, चाय-पानी के लाभार्थी भूराराम राजपुरोहित, कन्हैयालाल राजपुरोहित, गीमाराम राजपुरोहित गोलाणा, चना-मकाना प्रसादी के लाभार्थी राजगुरु राजपुरोहित समस्त (ढीबड़ा) परिवार गोलाणा, साउंड व्यवस्था के लाभार्थी तलाकाराम राजपुरोहित (रिदुआ) जसवंतपुरा, साफा-माला से भामाशाहों का बहुमान के लाभार्थी देवीसिंह देवल चेकला, तस्वीर एवं दुप्पटा द्वारा भामाशाहों के बहुमान के लाभार्थी मुकाराम राजपुरोहित गोलाणा, प्रचार-प्रसार एवं बैनर के लाभार्थी दीपक भाई राजपुरोहित जसवंतपुरा व कानाराम लोहार गोलाणा का आयोजक देवेश्वर महादेव युवा संगठन चेकला, गोलाणा व जाविया द्वारा साफा, महादेव का दुपट्टा व गौमाता की तस्वीर भेंट कर सम्मान किया गया।
महोत्सव को लेकर मंदिर को पुष्प मालाओं व रंग बिरंगी दूधियां रोशनियों से दुल्हन की तरह सजाया गया। मंदिर तक जाने वाली सीढ़ियों व मंदिर से मुख्य प्रवेश द्वार तक स्वागत गेट व रोशनी से भव्य सजावट की गई थी, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केन्द्र रही।
रिपोर्ट – महेन्द्र प्रजापत