मुंबई। ‘राइजिंग राजस्थान’ Global Investment Summit 2024, ‘Rising Rajasthan’ का शानदार आगाज का पहला रोड शो शुक्रवार को मुंबई के नरीमन प्वाइंट पर स्थित ट्राइडेंट होटल में हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी शामिल हुए। उन्होंने उद्योग जगत के कई दिग्गजों से मुलाकात की और उन्हें राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित किया। आज 4.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश के एमओयू साइन किए गए, जिससे 6.78 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राइजिंग राजस्थान वेबसाइट का शुभारंभ भी किया।
समिट के बाद उन्होंने उद्योग जगत के कई दिग्गजों और बड़ी हस्तियों से आमने-सामने चर्चाएं कीं। मुख्यमंत्री ने निवेशकों और कॉर्पोरेट जगत की हस्तियों को 9-11 दिसंबर को जयपुर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में शामिल होने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने इस समिट को राजस्थान के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का दृढ़ संकल्प है कि राजस्थान को देश का अग्रणी निवेश गंतव्य बनाया जाए। इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु हमारी सरकार व्यापार सुगमता, नवाचार प्रोत्साहन, और कुशल श्रम शक्ति विकास पर विशेष बल दे रही है।
प्रदेश सरकार निवेशकों को सर्वोत्तम सुविधाएं और सहायता प्रदान करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है, जिससे राजस्थान में उनका निवेश अनुभव सुखद और लाभदायक हो। अपने संबोधन में श्री शर्मा ने राजस्थान के समग्र विकास एवं निवेश संभावनाओं से सभी को अवगत कराया। साथ ही, प्रदेश की अद्वितीय संस्कृति, समृद्ध विरासत और आधुनिक अवसंरचना का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया, जो निवेशकों के लिए अपार संभावनाएं प्रदान करता है। समिट के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मीडिया से बातचीत की और राजस्थान की आर्थिक प्रगति के लिए आगामी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। प्रेस कांफ्रेंस का आगाज राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, मुख्यमंत्री सचिवालय के एसीएस शिखर अग्रवाल एवं उद्योग विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेट्री अजिताभ शर्मा मौजूद थे।
‘हमारा प्रयास विकसित राजस्थान’
प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शर्मा ने स्पष्ट किया कि राजस्थान सरकार ने विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों जैसे अक्षय ऊर्जा, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, सीमेंट, और पर्यटन में सर्वाधिक निवेश की योजना बनाई है। इस निवेश का उद्देश्य राज्य को एक समृद्ध और विकसित प्रदेश बनाना है, जो भारत के प्रमुख आर्थिक केंद्रों में शामिल हो सके। शर्मा ने आगामी 5 वर्षों में राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए, राज्य सरकार ने व्यापक योजनाएं बनाई हैं और निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लक्ष्य राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाएगा।
राजस्थान में निवेशक ही वीआईपी : राठौर
राजस्थान के उद्योग मंत्री माननीय कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने कहा, “राजस्थान में केवल एक ही वीआईपी है, वह है राजस्थान में निवेश करने वाला निवेशक। राजस्थान के विकास के अपने सपने को साकार करने के लिए हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति है। इतने कम समय में निवेशकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया ने हमें बड़े सपने देखने के लिए पंख दिए हैं और ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को बड़ी सफलता बनाने के लिए हमारा आत्मविश्वास बढ़ाया है।”
राज्य के प्रति निवेशकों का बढ़ा भरोसा : पंत
राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा, “‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 तहत हमने स्ट्रेटिजिक सेक्टर्स और राज्य में निवेश के लिए मौजूद अवसरों की पहचान कर रखी है। ‘विकसित राजस्थान’ @ 2047 की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। आजकल राजस्थान सरकार महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय कुछ ही घंटों में ले लेती है, जबकि पहले ऐसे निर्णय लेने में महीनों और वर्षों का समय लग जाता था। वर्तमान में राजस्थान के प्रति निवेशकों का उत्साह बढ़ा है।”
कई उद्योगपतियो से मुख्यमंत्री की मुलाकात
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने देश के कई बड़े उद्योगपतियों से भी मिले। इनमें महिंद्रा एवं महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनन्द महिंद्रा, जेएसडब्लू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल, प्रॉक्टर एंड गैम्बल के भारत और दक्षिण एशिया के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री कुमार वेंकटासुब्रमण्यिन, वेदांता ग्रुप की नॉन-एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर और हिंदुस्तान ज़िंक की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल, एस्सार ग्रुप के ग्रुप डायरेक्टर श्री अंशुमान रुइया, अवादा ग्रुप के चेयरमैन विनीत मित्तल, इमैजिका एंटरटेनमेंट के सीईओ धीमंत बख्शी और यूपीएल लिमिटेड के राज तिवारी शामिल हैं।
इन्वेस्टर मीट में कई बड़ी कंपनियों ने लिया भाग
‘इन्वेस्टर मीट’ में भाग लेने वालों में अदानी सीमेंट्स और अदानी पोर्ट्स, एसईज़ेड और लॉजिस्टिक्स के मैनेजिंग डायरेक्टर करण अदानी, टाटा केमिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ आर. मुकुंदन, टाटा पावर के प्रबंध निदेशक और सीईओ डॉ. प्रवीर सिन्हा, हिंदुस्तान जिंक के सीईओ और वेदांता लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक अरुण मिश्रा, जेके सीमेंट के उप प्रबंध निदेशक और सीईओ माधव सिंघानिया, जेएसडब्लू एनर्जी के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ शरद महेंद्रा, सेरेंटिका रिन्यूएबल्स के सीईओ अक्षय हीरानंदानी और कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के पश्चिमी क्षेत्र की अध्यक्ष स्वाति सालगांवकर वगैरह शामिल थे।
समस्याओं का त्वरित समाधान करेंगे आईएएस
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने 25 आईएएस अधिकारियों को नियुक्त किया है जो अपनी जिम्मेदारी के साथ-साथ विश्व के प्रमुख देशों और भारत के बड़े शहरों में निवेशकों के साथ नियमित संपर्क में रहेंगे। इन अधिकारियों का मुख्य कार्य निवेशकों की समस्याओं का समाधान करना और उन्हें राज्य में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना है। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि निवेशक अपनी समस्याओं का समाधान त्वरित रूप से प्राप्त कर सकें और राज्य में निवेश करने में कोई कठिनाई न हो।
निवेशकों से बातचीत करने प्री-समिट
समिट के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि रोड शो के अलावा राजस्थान सरकार राज्य के विभिन्न शहरों में कई रीजनल समिट और सेक्टोरल प्री-समिट भी आयोजित करेगी, जिसका उद्देश्य राज्य के मौजूदा उद्योगों, उद्यमियों और नए निवेशकों के साथ बातचीत करना है। इसका आयोजन अक्टूबर और नवंबर के महीनों में किया जाएगा और इसके अंतर्गत पर्यटन, शहरी विकास, आईटी और आईटीईएस, उद्योग, कृषि, खान और पेट्रोलियम, ऊर्जा, चिकित्सा और स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
विदेशों में भी होंगे रोड शो
राजस्थान में अधिक से अधिक निवेश लाने के लिए देश के अलावा राज्य सरकार विदेशों में भी इस इनवेस्टमेंट समिट के रोड शो करेगी। इसमें अगले दो महीनों के दौरान राजस्थान सरकार दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) और सऊदी अरब, यूनाइटेड किंगडम (यूके) और जर्मनी में भी रोड शो आयोजित करने जा रही है, ताकि देशी-विदेशी निवेशकों, संस्थानों, निगमों और उद्योगों को राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा सके। इसके लिए राजस्थान सरकार के अधिकारियों का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इन जगहों की यात्रा करेगा। इनमें से कुछ देशों में होने वाले रोड शो में सीएम भी शामिल होंगे।
9-11 दिसंबर को जयपुर में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वावधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, बीआईपी और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है। इस मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आकर काम करने के लिए आकर्षित करना और प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना कराना है।
राज्य के विकास की दिशा में किए गए प्रयास :
उद्योग और पर्यटन में संभावनाएं : मुख्यमंत्री शर्मा ने राज्य की विविध संभावनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया, जिसमें उद्योग, कृषि, पर्यटन और वन उत्पाद शामिल हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं और सरकार इन संभावनाओं को साकार करने के लिए योजनाबद्ध प्रयास कर रही है।
पानी की व्यवस्था : मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि और उद्योग के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई गई हैं। इन योजनाओं में आरसीपी योजना, यमुना समझौता और इंदिरा गांधी नहर के सुधार शामिल हैं। ये योजनाएं न केवल कृषि को लाभान्वित करेंगी बल्कि उद्योग और पर्यटन के लिए भी पानी की आवश्यकताओं को पूरा करेंगी।
राज्य की स्थिति : मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि राज्य ने निवेश के लिए विभिन्न स्थानों की पहचान की है और उद्योगपतियों को आमंत्रित किया है कि वे राजस्थान में निवेश करें। उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार की ईमानदारी और इच्छा शक्ति से राज्य की योजनाएं सफल होंगी और राजस्थान का भविष्य उज्ज्वल होगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि निवेशकों की सफलता और उनके मन की कल्पना को पूरा करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट: अजित राय