भीलवाड़ा। श्रीरामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट के तत्वावधान में हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में स्वामी अनंत देव के सानिध्य में सप्त दिवसीय गीता ज्ञानयज्ञ का बुधवार को सम्पूर्ण गीता पाठ के साथ समापन हुआ। ट्रस्ट के सचिव अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि गीता मनीषी प्रोफ़ेसर महावीर भट्ट ने रामधाम में कई श्रद्धालुओं के समक्ष गीता पाठ करवा रामधाम के सत्संग परिसर को गीता जी के श्लोंकों से गुंजायमान कर दिया।
इसी के साथ बुधवार को सप्त दिवसीय गीता ज्ञान यज्ञ का समापन भी हो गया, जिसमे वृन्दावन के वामदेव ज्योर्तिमठ के संस्थापक स्वामी अनंत देव गिरी ने कृष्ण के गीता के उपदेश को अपने जीवन में आत्मसात करने को कहा। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का चरित्र भक्ति के साथ साथ जीवन में आने वाली बाधाओं को वीरता से सामान कर, कायरता छोड़ने का सन्देश भी देता है। संत ने देश से आह्वान किया की जब पडोसी देश हिन्दू समाज पर हिंसा हो रही तो हम सभी को एकजुट हो कृष्ण की गीता को जीवन में वीरता से उतारने की जरुरत है।
ट्रस्ट के अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मानसिंहका ने स्वामी अनंतदेव एवं अन्य संतों का आभार प्रकट किया। ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविन्द प्रसाद सोडानी ने बताया कई वर्षों से ट्रस्ट द्वारा गीता जयंती मनाई जाती रही है किन्तु सत्संग सत्र व बालक बालिकाओं की गीता प्रतियोगिता के द्वारा ट्रस्ट द्वारा, गीता प्रचार का महती कार्य किया जा रहा है। ट्रस्ट के उपाध्यक्ष हेमंत मानसिंहका ने बताया की रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट द्वारा आगामी जनवरी में होने वाले महा कुम्भ में, वामदेव ज्योतिर्मठ के द्वारा प्रयागराज में लग रहे कुम्भ के लिए अन्न सामग्री भिजवाई जाएगी। इसके लिए सभी भामाशाओं से उदारता से दान की अपील की जा रही है।
गौशाला प्रभारी नवल झंवर ने बताया की सर्दियों में गौ माता बछड़ों के लिए बाजरे की लापसी बनवाई जा रही है, जिसमे भगवन करनानी, दिलीप बाहेती, विमल गाँग, भवानी शंकर जोशी, प्रह्लाद अजमेरा व राजेश सोमानी सक्रिय सहयोग कर रहे है। ट्रस्ट ने अधिकाधिक लोगों से गौ सेवा, संत सेवा व कुम्भ हेतु अन्न दान सहयोग की अपील की है।
संत समिति के सुभाष बिरला, संजीव जोशी ने बताया की आगामी 20 दिसम्बर से मार्कण्डेय सन्यास आश्रम के प्रणवानन्द सरस्वती महाराज के चार दिवसीय प्रवचन प्रह्लाद स्तुति पर होंगे। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राकेश सिंहल ने शांति लाल पोरवाल, ओम शर्मा, भंवर शर्मा, ओम गोयल, कन्हैया लाल मूंदरा, मधु पटवारी, गोपाल शर्मा व श्रुति व स्मृति आचार्य का आभार प्रकट किया।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल